कुमार दुष्यंत
हरिद्वार एक तीर्थनगरी है।गंगा और घाटों की इस नगरी में धार्मिक प्रयोजन से गौमाता का भी बड़ा महत्व है।हरिद्वार के गंगा घाटों पर दिनभर गौमाताएं पूजी जाती हैं।लेकिन आजकल इस तीर्थनगरी में गौ-धन पर खतरा मंडरा रहा है।पशु चोर गायों को रात के अंधेरे में वाहनों में भरकर वधशालाओं में भेज रहे हैं।
हरिद्वार में पिछले काफी समय से गायों के चोरी होने की घटनाएं सामने आ रही हैं।पहले पशु चोर हरिद्वार के बाहरी इलाकों में ही ऐसी घटनाओं को अंजाम देकर नगर की सीमा से बाहर निकल जाते थे।लेकिन अब तीर्थनगर के मध्य ही ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है।
चोर रात के अंधेरे में वाहन लेकर निकलते हैं।और जानवरों को कुछ सुंघा कर वाहनों में धकेल देते हैं।पिछले दिनों जब गायों के लिए ही आरक्षित कुशाघाट के निकट लगे एक सीसीटीवी को चैक किया गया तो उसमें कुशाघाट से गाय को वाहन में भरकर ले जाते चोरों की रिकॉर्डिंग देखकर धर्म प्रेमियों के होश उड़ गये।
हरकीपैडी व कुशाघाट पर आमतौर पर श्रद्धालुओं को, गायों को भोजन कराया जाता है।इसलिए यहां हमेशा गाय रहती हैं।आवाजाही वाले इन इलाकों में चोरों की सक्रियता से पता चलता है कि इनके हौसले कितने बुलंद हैं।हालिया घटना बीती रात घटी जहां चोर डीएम कैंप कार्यालय के बाहर से ही निगम कर्मी खेमचंद की गाय को कार में ठूंस कर भागने लगे।गनीमत यह रही की जाग होने पर भागते चोरों के वाहन से गाय छिटक कर बाहर आ गई।
धर्मनगरी में गायों को विशेष सम्मान दिया जाता है। 2007 में जब राज्य में पहली बार गौ-सेवा आयोग का गठन हुआ तो इसका अध्यक्ष भी हरिद्वार से ही विधायक यतीश्वरानंद को बनाया गया।यद्धपि गाय चोरी की घटनाओं के बाद हरिद्वार पुलिस द्वारा गौ सुरक्षा स्कवाड बनाया गया है।बावजूद इसके गाय चोरों के हौसले बुलंद हैं।देखें वीडियो, किस तरह गाय चोर गाय को वश में कर वाहन में ले जा रहा है।