गिरीश गैरोला। देहरादून।
सीएम का हेलीकॉप्टर सेना ने रोका।
हेलीपैड पर लगाए ड्रम
मुख्यमंत्री के हेलीकाप्टर को GTC हेलिपैड में लैंडिंग करने से सेना ने रोका, लैंडिंग के समय हेलिपैड पे बने H पर खड़े किए दो ड्रम। सुबह फ्लीट के आगे भी लगाई थी गाड़ी।
मुख्य सुरक्षा अधिकारी मुख्यमंत्री ने ADG Int समेत तमाम अधिकारियों को लिखा पत्र।
घटना कल 18 फरवरी दोपहर 11:00 बजे की है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को हेलीकॉप्टर द्वारा उत्तरकाशी के सांवणी जाने के लिए जखोल (डाकूआ) स्थाई हेलीपैड पर लैंडिंग के लिए जीटीसी हेलीपैड से रवाना होना था।
जब मुख्यमंत्री की कार जीटीसी हेलीपैड के मुख्य प्रवेश द्वार के अंदर आकर गोल्फ ग्राउंड के प्रवेश द्वार के सामने पहुंची तो उस से पूर्व ही एक प्राइवेट Honda City कार 1426 BF 8010 प्रवेश द्वार के ठीक पहले रुक गई। इसमें कुछ सैन्य अधिकारी बैठे हुए थे। इस कार के अड़ जाने के कारण मुख्यमंत्री की कार को गोल्फ ग्राउंड के प्रवेश द्वार पर पहुंचने से पहले ही कुछ देर तक रुकना पड़ा।
कैंट के प्रभारी निरीक्षक ने वाहन को थोड़ा आगे बढ़ाने के लिए कहा तो वह नहीं माने और कहने लगे कि तुम्हारे लोग ठीक नहीं है और यह परिसर हेलीपैड हमारा है।
इस बात की लिखित शिकायत अपर सिटी मजिस्ट्रेट देहरादून मीनाक्षी पटवाल ने जिलाधिकारी को भी भेजी है।
मीनाक्षी पटवाल ने जिलाधिकारी को अपनी रिपोर्ट में बताया कि सेना के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री की गाड़ी को नहीं जाने दिया। जब उन्हें बताया गया कि गाड़ी थोड़ा आगे बढ़ा लीजिए, मुख्यमंत्री की गाड़ी पीछे खड़ी है तो वह इस पर कहने लगे कि मैं भली भांति जानता हूं तथा बड़े अनमने ढंग से गाड़ी आगे बढ़ाई गई।
इतनी देर तक मुख्यमंत्री के वाहन का रास्ता बाधित रहा। मीनाक्षी पटवाल ने इस घटनाक्रम को मुख्यमंत्री के प्रोटोकॉल और सुरक्षा से संबंधित होने के कारण उच्च वरीयता का माना है और आवश्यक कार्य कार्यवाही के लिए रिपोर्ट सौंपी है।
इस रिपोर्ट में नगर के क्षेत्राधिकारी चंद्र मोहन सिंह के भी हस्ताक्षर हैं। इसकी एक कॉपी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को की गई है।
पुलिस ने अपने दैनिक रोजनामचा में भी इसका जिक्र किया है। इस पर अभी तक क्या कार्यवाही हुई है, यह अभी स्पष्ट नहीं है।
मुख्यमंत्री के मुख्य सुरक्षा अधिकारी संजय बिश्नोई ने भी इसकी सूचना अपर पुलिस अधीक्षक अभिसूचना मुख्यालय को सौंपी है। मुख्यमंत्री के मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जब सैन्य अधिकारियों से गाड़ी हटाने के लिए कहा गया तो उन्होंने कहा कि यह हमारा इलाका है और अपने CM को बता दो कि यहां हमारी मर्जी से ही आप लोग आ-जा सकते हो। साथ ही सैन्य अधिकारियों ने मुख्य सुरक्षा अधिकारी को ताकीद की, कि आइंदा पुलिस वाले और उनकी गाड़ियां बाहर ही खड़ी रहेंगी। केवल मुख्यमंत्री का वाहन ही हेलीपैड तक जाएगा।
यही नहीं जब शाम को 3:30 बजे मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर जीटीसी हेलीपैड पर लौटा तो जीटीसी पर बने H निशान के ऊपर आर्मी के जवानों ने दो ड्रम रख दिए। जिससे मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर वहां न उतर कर दूसरे हेलीपैड पर उतारा गया। अधिकारी ने इसे मुख्यमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ा खतरा बताया है।