जिला प्रशासन ने की पूरी तैयारी ।डीएम मौके के लिए रवाना।गंगोत्री विधायक गोपाल सिंह रावत ने किया 100 रजाई देने का किया वादा ।कांग्रेस के पूर्व विधायक ने तत्काक राहत के लिए आपदा प्रबंधन में हैलीकॉप्टर उपलब्ध कराने की करी मांग।
गिरीश गैरोला
उत्तरकाशी जनपद में यमुना घाटी के मोरी ब्लॉक में सांवणी गांव में गुरुवार रात को हुए अग्निकांड पीड़ितों को से मिलने खुद सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत रविवार को सावणी गांव पहुंच रहे हैं ।मुख्यमंत्री ठीक रविवार को 11:45 पर जखोल हेलीपैड पर उतरेंगे और 11:50 से लेकर 12:50 तक अग्निकांड से पीड़ित प्रभावितों के साथ वार्ता और उन्हें आपदा राहत चेक वितरित करेंगे।
बताते चलें गुरुवार रात 1:00 बजे हुए इस अग्निकांड की सूचना के बाद सुबह ही जिले के जिलाधिकारी सड़क मार्ग से 185 किलोमीटर दूर मोरी ब्लॉक के सावणी गांव में 7 किमी पैदल चल कर पहुंचे और वहां बिजली पानी की व्यवस्था सुचारू करने पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता राशि वितरित करने एवं पूर्ण रुप से जले हुए भवन स्वामियों को एसडीआरएफ के मानकों के अनुरूप राहत राशि वितरित करने के निर्देश राजस्व विभाग के कर्मचारियों को दिए थे। DM ने बताया कि कुछ समाजसेवी संस्थाओं द्वारा भी पीड़ित परिवारों को मदद दी जा रही है।
अग्निकांड में गाव के 26 बैल, 29 गाय, 40 भेड़ बकरी, और 5 खच्चर जिंदा जल गए थे । गाव के 40 भवन पूर्ण रूप से जल गए जबकि 6 भवन आंशिक रूप से जल गए थे। राहत की बात ये रही कि कोई जनहानि नही हुई।
डीएम ने बताया कि रविवार को बहुउद्देशीय शिविर भी गाव में लगाया जाएगा जिसमे समाज कल्याण विभाग , शिक्षा विभाग, पूर्ति विभाग और स्वस्थ्य विभाग सामिल रहेंगे। जिन लोगो के प्रमाण पत्र और राशन कार्ड जल चुके है उन्हें मौके पर ही बनाया जाएगा इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कसर सुरक्षित प्रसव कराने की व्यवस्था भी की जाएगी।
गंगोत्री विधायक गोपाल सिंह रावत ने भी पुरोला विधानसभा के अंतर्गत आने वाले इस अग्निकांड से पीड़ित परिवारों के लिए 100 रजाइयों की व्यवस्था अपनी तरफ से की है ।
गोपाल सिंह रावत ने बताया ऐसे स्थानों पर जहां पहुंच मार्ग सुलभ नहीं है वहां तत्काल राहत राशि वितरण के लिए आपदा प्रबंधन में हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री से वार्ता करेंगे । गौरतलब है गंगोत्री के पूर्व कांग्रेसी विधायक विजयपाल सजवाण ने डीएम उत्तरकाशी की द्वारा तत्काल मौके की तरफ रवाना होने और 7 किलोमीटर पैदल चलने के बाद ग्रामीणों तक पहुंचने की प्रयासों की सराहना करते हुए बीजेपी सरकार पर तंज कसते हुए कहा था कि हैलीकॉप्टर में घूमने वाले मंत्रियों को आपदा के दौरान तत्काल राहत के लिए डीएम को भी हैलीकॉप्टर उपलब्ध कराया जाना चाहिए था।