कुलदीप सिंह राणा
सत्ता की खुमारी इन दिनों भाजपा कार्यकर्ताओं के सिर चढ़कर बोल रही है। खुद को मुख्यमंत्री से भी ऊपर समझ रहे भाजपा कार्यकर्ता सत्ता की हनक में गलत को भी सही सिद्ध करने पर तुले हुए हैं और इसके लिए दबाव बनाने के साथ- साथ अधिकारियों के साथ गाली-गलौज करने में भी आगे हैं। वाकया नियम विरुद्ध अवैध निर्माण से जुड़ा है। एमडीडीए में वीसी के पद पर तैनात सुबे के तेजतर्रार आईएएस अधिकारियों में शुमार विनय शंकर पांडे ने पद संभालते ही देहरादून शहर में फैले अवैध और नियमविरुद्ध निर्माण के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है उनकी इस मुहिम की आंच में कुछ बीजेपी कार्यकर्ता भी झुलस गए जिससे तमतमाये ये लोग उमेश अग्रवाल व नगरनिगम के कुछ सभासदों को साथ लेकर पहले तो मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से मिलने सीएम आवास पहुंच गए, मामले की जानकारी होने पर जब त्रिवेंद्र रावत ने इनसे मिलने से इनकार कर दिया तो ये लोग एमडीडीए आ धमके और वीसी विनयशंकर पांडेय व सचिव प्रकाश चंद्र दुमका पर भाजपा कार्यकर्ताओं के विरुद्ध कार्यवाही न करने का दबाव बनाने लगे , किन्तु जब वीसी विनय शंकर पांडे ने उनके दबाव में आये बिना नियमानुसार कार्यवाही करने की बात की ,तो यह बात भाजपा कार्यकर्ताओं को नागवार गुजरी और उन्होंने वहीं उनके कार्यालय में अभद्र शब्दों का प्रयोग कर सत्ता की हनक दिखाते हुए गाली गलौज तक कर डाली।
बहरहाल अपने स्टैंड पर कायम विनय शंकर पांडेय के रुख को देख कर इन नेताओं को बैरंग ही लौटने पर मजबूर होना पड़ा ।
देहरादून को स्मार्ट सिटी बनाने की मोदी की मुहिम को पलीता लगाते भाजपा कार्यकर्ता जिनकी नज़र अब देहरादून की मेयर की कुर्सी पर है, क्या ऐसे ही पार्टी को मजबूत करेंगे!