एसपी ट्रेफिक बोले, होगी कार्रवाई
भूपेंद्र कुमार//
हाल ही में पर्वतजन ने अपनी रिपोर्ट में यह खुलासा किया था कि सिटी पेट्रोल यूनिट के सिपाहियों ने अपनी-अपनी बुलेट में से कंपनी फिटेड साइलेंसर हटाकर डुप्लिकेट साइलेंसर लगा रखे हैं, जबकि आम आदमी यदि बुलेट पर रेट्रो साइलेंसर लगाए तो पुलिस उनकी बुलेट सीज कर देती है। इस संवाददाता ने ऐसी यातायात निदेशालय में खड़ी बुलेट की फोटो खींचकर डीजीपी को इसकी शिकायत की थी।
जब यह खबर पर्वतजन न्यूज पोर्टल पर प्रकाशित हुई तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। तमाम इलेक्ट्रोनिक चैनलों के प्रतिनिधि जब अगले दिन इसी खबर को कवर करने के लिए यातायात निदेशालय गए तो सीपीयू कर्मियों ने मीडिया कर्मियों से भी जमकर अभद्रता की। दारोगा अविनाश चौधरी और कांस्टेबल हरीश जोशी ने तो हिंदी खबर न्यूज चैनल के पत्रकारों का कैमरा और मोबाइल तक छीन लिया और उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया।
इस पर वहां पर मौजूद अन्य मीडियाकर्मी भी एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। मौके पर पहुंचे एसपी ट्रैफिक लोकेश्वर सिंह ने किसी तरह बीच-बचाव कर मीडिया कर्मियों को छुड़ाया और इन पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।
इधर जिन मोटरसाइकिलों के साइलेंसर मोडिफाइड किए जाने का खुलासा पर्वतजन ने किया था, उनको पुलिसकर्मी आरटीओ कार्यालय ले गए हैं, ताकि उनकी जांच करके दोषियों के विरुद्ध अपराध तय किया जा सके।