भारतीय जनता पार्टी ने आज दिल्ली से देश भर के बड़े नेताओं की लिस्ट जारी कर दी है। 184 प्रत्याशियों की इस लिस्ट में उत्तराखंड के पांचों सांसद प्रत्याशियों के नाम हैं तथा उत्तर प्रदेश के 80 सांसद प्रत्याशी मे से 29 नाम भी पहली लिस्ट में जारी कर दिए गए हैं।
ये हैं टिकट मिलने के समीकरण
उत्तराखंड की हरिद्वार लोकसभा से डॉ रमेश पोखरियाल निशंक को टिकट दिया गया है। हरिद्वार सीट पर रमेश पोखरियाल निशंक का विरोध कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने अपनी पत्नी को टिकट दिलाए जाने के लिए किया तो निशंक की ओर से लगभग आधा दर्जन विधायक समर्थन में आ गए और उन्होंने चैंपियन के बयानों की कड़ी निंदा की। जाहिर है कि इससे निशंक को काफी राहत मिली।
टिहरी लोकसभा सीट से राज्य लक्ष्मी शाह को ही प्रत्याशी बनाया गया है। पहले भाजपा ने इस सीट को अपने सर्वे में ‘सी श्रेणी’ की सीट माना था। इससे एक बार को रानी का टिकट कटना तय हो गया था, लेकिन बाद में भाजपा ने रानी पर ही भरोसा जताया। टिकट कटने पर रानी की कांग्रेस से लड़ने की भी संभावना बढ़ गई थी।
अल्मोड़ा संसदीय सीट पर भाजपा के पास कोई बड़ा दलित चेहरा ना होने से भाजपा ने अजय टम्टा को ही रिपीट करना सही समझा।
नैनीताल सीट पर भगत सिंह कोश्यारी पुष्कर सिंह धामी को प्रत्याशी बनाए जाने की मांग कर रहे थे। भगत सिंह कोश्यारी को पूरा विश्वास था कि भाजपा के पास कोई बड़ा नाम नहीं है इसलिए धामी को टिकट न दिए जाने पर उन्हे ही रिपीट किया जाएगा। लेकिन भाजपा ने कोश्यारी को झटका देते हुए, इस सीट पर अजय भट्ट को परखना सही समझा।
पौड़ी लोकसभा सीट पर पहले कर्नल अजय कोठियाल को प्रत्याशी बनाए जाने की तैयारी थी, किंतु बाद में बदले समीकरणों के तहत भुवन चंद्र खंडूरी के पुत्र मनीष खंडूरी के कांग्रेस ज्वाइन करने के बाद भाजपा ने इस सीट पर खंडूरी के शिष्य समझे जाने वाले तीरथ सिंह रावत पर दांव लगाना सही समझा।
दबाव मे भाजपा
भाजपा के प्रत्याशियों की लिस्ट जारी होते ही उत्तराखंड में भाजपा पर काफी दबाव बढ़ गया है। भाजपा की नैनीताल और पौड़ी लोकसभा सीट के प्रत्याशी काफी कमजोर माने जा रहे हैं।
नैनीताल सीट हरीश रावत के ताल ठोकने पर भाजपा के लिए काफी कमजोर मानी जा रही है। वहीं पौड़ी लोकसभा सीट पर भी भाजपा प्रत्याशी की राह जरा भी आसान नहीं। वहीं रानी राज्य लक्ष्मी शाह की सीट भी कांग्रेस प्रत्याशी प्रीतम सिंह के मुकाबले काफी कमजोर मानी जा रही है।
जाहिर है कि अल्मोड़ा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप टम्टा के मुकाबले इस बार अजय टम्टा के लिए सीट निकालना आसान नहीं है। इसके पीछे यह कारण माना जा रहा है कि इस बार वर्ष 2014 जैसी लहर नहीं है। उत्तराखंड सरकार के 2 सालों की एंटी इनकंबेंसी और केंद्र सरकार में राज्य मंत्री रहने के बावजूद टम्टा द्वारा क्षेत्र के लिए कुछ न किए जाने से जनता में नाराजगी है।
जाहिर है कि हरिद्वार सीट के अलावा बाकी सभी सीटों पर भाजपा को कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। हरिद्वार की सीट पर सपा बसपा के गठबंधन का प्रत्याशी उतारने से कांग्रेस का एक बड़ा वोट बैंक बंट जाएगा, जो निशंक की राह आसान करेगा। इसी बात से खौफ खाकर हरीश रावत नैनीताल शिफ्ट करने के चक्कर में है, वहीं निशंक यह एक दोहरी राहत की बात है।
ये हैं पहली लिस्ट के मुख्य चेहरे
मुख्य चेहरों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे तथा अमित शाह गांधीनगर से चुनाव लड़ेंगे। पहले गांधीनगर सीट से आडवाणी चुनाव लड़ते थे इस बार आडवाणी की सीट से अमित शाह लड़ रहे हैं आडवाणी चुनाव नहीं लड़ेंगे। स्मृति ईरानी को अमेठी से चुनाव लड़ाया जा रहा है। लखनऊ से राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी नागपुर से, अलीगढ़ से सतीश कुमार गौतम मथुरा से हेमा मालिनी, आगरा से एसपी सिंह बघेल, तथा पीलीभीत से मेनका गांधी तथा सुल्तानपुर से वरुण गांधी को टिकट दिया गया है फतेहपुर सीकरी से राजकुमार चुनाव लड़ेंगे। गाजियाबाद से वीके सिंह चुनाव लड़ेंगे तो बरेली से संतोष गंगवार प्रत्याशी बनाए गए हैं।