कृष्णा बिष्ट
पुलवामा आतंकी हमले में शहीदों के परिजनों की आर्थिक सहायता के लिए जमा की गई रकम सरकार ने 10 अप्रैल को मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करा दी थी लेकिन तब से वहीं पड़ी है।
वन विभाग में छप्पन लाख 66 हजार रुपए एक ड्राफ्ट के माध्यम से जमा किए थे। ना तो यह रकम शहीदों के किसी परिवार को दी गई और न ही किसी घायल को इसका लाभ मिला।
जम्मू कश्मीर के पुलवामा हमले में देश के 40 से अधिक जवान शहीद हो गए थे, वन विभाग के कर्मचारियों ने अपने एक दिन का वेतन पुलवामा हमले के पीड़ितों के लिए दान कर दिया था। इसमें दैनिक वेतन भोगियों ने भी योगदान किया था।
हिंदुस्तान अखबार के वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश सती को सूचना के अधिकार के अंतर्गत मुख्यमंत्री कार्यालय के लोक सूचना अधिकारी डीके लोहुमी ने बताया कि 10 अप्रैल को यह रकम मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा की गई थी और तब से मुख्यमंत्री राहत कोष के इलाहाबाद बैंक गांधी रोड के खाता संख्या 50482918950 मे ही पड़ी हुई है। आज तक भी यह रकम शहीदों के परिवारों अथवा किसी भी घायल को नहीं दी गई।
प्रदेश सहायक वन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष इंद्र मोहन कोठारी का कहना है कि यह पैसा सीएम राहत कोष या अन्य कहीं गया है तो यह कर्मचारियों से धोखा है और जल्दी ही यह पैसा पीड़ितों तक पहुंचना चाहिए।
वन विभाग के मुखिया जयराज भी कहते हैं कि यह रकम सैनिक अर्धसैनिक कल्याण अर्थ राहत कोष के जरिए पुलवामा शहीदों और घायलों के लिए जमा कराई गई थी, मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किया जाना सरासर गलत है।