उत्तराखंड के श्रीनगर गढ़वाल में संचालित हो रहा एनआईटी को उत्तर प्रदेश स्थानांतरित किया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश निवासी एक केंद्रीय राज्य मंत्री इस संस्थान को उत्तर प्रदेश अंतरित करने के लिए जोर लगा रहे हैं।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने दो बार उत्तराखंड सरकार को पत्र लिखकर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) के स्थायी परिसर के निर्माण हेतु भूमि उपलब्ध कराने के लिए दो बार पत्र लिख दिया है, किंतु उत्तराखंड भूमि उपलब्ध कराने को लेकर उदासीन है। पूर्व में उत्तराखंड सरकार ने जो भूमि उपलब्ध कराई थी, मंत्रालय उस भूमि को निर्माण लायक न मानते हुए पहले ही निरस्त कर चुका है। वर्तमान में एनआईटी के भवन निर्माण का कार्य रुका पड़ा है।
हालांकि उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत एनआईटी को शिफ्ट न होने देने की बात कह रहे हैं, किंतु एचआरडी मंत्रालय से पहले पूर्व मंत्री स्मृति ईरानी और फिर प्रकाश जावड़ेकर द्वारा बार-बार पत्राचार के बावजूद भी राज्य सरकार भूमि उपलब्ध कराने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। वर्तमान में एनआईटी का संचालन श्रीनगर के पॉलीटेक्निक परिसर से किया जा रहा है।
उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत भी पौड़ी से हैं तथा मुख्यमंत्री भी पौड़ी से ही हैं। और तो और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी पौड़ी के मूल निवासी हैं तथा यूपी, उत्तराखंड और दिल्ली में भाजपा की ही सरकार है। इसके बावजूद यदि एनआईटी उत्तर प्रदेश स्थानांतरित हो जाता है तो यह राज्य के युवाओं के लिए भारी-भरकम क्षति तो होगी ही, बल्कि राज्य सरकार की छवि को भी खासा धक्का लगेगा।