उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव राकेश शर्मा और केदारनाथ आपदा के पुनर्निर्माण कार्यों से चर्चा में आए कर्नल कोठियाल का म्यानमार की विद्रोही सेना ने अपहरण कर लिया था।
यह दोनों म्यानमार सरकार के आमंत्रण पर वहां गए थे। म्यानमार की सरकार ने कर्नल कोठियाल के केदारनाथ में कराए गए कार्य से प्रभावित होकर उन्हें indo-myanmar फ्रेंडशिप रोड का निर्माण कार्य में सहयोग करने के लिए कहा था।
दरअसल वहां पर सक्रिय विद्रोही सेना और आतंकवादियों के कारण वहां पर कोई भी निर्माण एजेंसी काम करने के लिए तैयार नहीं थी, जब यह दोनों वहां पहुंचे तो विद्रोही सेना के साथ संघर्ष के दौरान 10 लोगों को बंदी बना दिया गया था। हालांकि अब दोनों विद्रोही सेना द्वारा रिहाई के बाद भारत आ गए हैं और सकुशल हैं।
कर्नल अजय कोठियाल के सहयोगी मनोज सेमवाल का कहना है कि भारत लौटने के बाद उन्होंने अपने साथियों को इस घटना के बारे में बताया।
हालांकि उपरोक्त संघर्ष के दौरान एक भारतीय की मौत हो गई। यह घटना 2 सितंबर की है।