सीबीआई ने बैंक फ्रॉड के मामले में एक मुकदमा दर्ज किया है, जिसमें 2017 में भाजपा से बगावत कर श्रीनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले मोहन काला भी शामिल हैं। उद्योगपति मोहन काला पर यह मुकदमा उनकी शेरन बायो मेडिसिन लिमिटेड के कारण दर्ज हुआ है।
नवम्बर की दूसरी तारीख को दर्ज इस मुकदमे मे 100 करोड़ पर से अधिक के इस बैंक फ्रॉड का आरोप है। इस f.i.r. के बाद सीबीआई की एक टीम देहरादून इस फैक्ट्री में छापामारी करने आई थी।
मोहन काला के अलावा चार और लोगों पर 120 b ,420, 467 ,468 471 जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
यह धाराएं धोखाधड़ी, कूट रचना के अलावा फर्जी तरीके से कागज तैयार कर सरकारी धन को नुकसान पहुंचाने को लेकर दर्ज की गई हैं।
मोहन काला निर्दलीय चुनाव हारने के बाद कांग्रेस में शामिल होने गए थे। उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह इंदिरा हृदयेश और प्रीतम सिंह की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल होने वाले मोहन काला को अगले दिन कांग्रेस के पूर्व विधायक गणेश गोदियाल की आपत्ति पर बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।
सीबीआई द्वारा मुकदमा दर्ज करने के बाद मोहन काला का कहना है कि उन्हें ऐसा कोई मुकदमा दर्ज होने की कोई जानकारी नहीं है।
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा है कि यह मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है और लगभग 600 करोड़ का फ्रॉड है।
शिकायतकर्ता ने आशंका जताई है कि आरोपी विदेश भाग सकते हैं।
देखना है कि गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के बाद सीबीआई काला और उनके साथियों के खिलाफ अब क्या कार्यवाही करती है !