कृष्णा बिष्ट
उत्तराखंड पुलिस का कहना है कि उनको शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे और तीन विधायक नहीं मिल रहे।
वर्ष 2012 में जसपुर के सुभाष चौक पर हाईवे को जाम करने चलते शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे, रुद्रपुर विधायक राजकुमार ठुकराल, काशीपुर विधायक हरभजन सिंह चीमा और जसपुर विधायक आदेश चौहान सहित पूर्व सांसद बलराज पासी आदि 24 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
कोर्ट में पेश न होने पर इनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो गए थे।
अक्टूबर प्रथम सप्ताह में सरकार ने उनके खिलाफ मुकदमा वापस ले लिया था, लेकिन सिविल जज सीनियर डिविजन ने सरकार द्वारा मुकदमा वापस लिए जाने की संस्तुति को खारिज कर दिया था। इसके बाद से अब तक इनमें से पुलिस ने 7 को पकड़ कर जेल भेज दिया है, किंतु माननीयों के बारे में कोतवाल उमेद सिंह दानू का कहना है कि यह लोग भूमिगत हो गए हैं।
जबकि पूरा उत्तराखंड जानता है कि शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे सहित तीनों विधायक लगातार न सिर्फ सरकारी बैठकों में शिरकत कर रहे हैं बल्कि क्षेत्र में भी घूम रहे हैं।
लेकिन मित्र पुलिस माननीयों से मित्रता के चलते बिल्ली के गले में घंटी बांधने के मूड में नहीं है।
उत्तराखंड में जब अवैध खनन रोकने पर सिपाही का ट्रांसफर बागेश्वर हो सकता है तो फिर माननीयों से पंगा मोड़ लेने पर क्या हो सकता है, संभवत कोतवाल साहब और उनके सिपाहियों को भी इसका हश्र में पहले से ही मालूम है।
इसीलिए सभी अपनी आंखें बंद करके बैठे हैं।