नीरज उत्तराखंडी
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव परिणाम के एक माह बाद आज ग्राम प्रधानों को प्रदेशभर के विभिन्न विकासखंडों में शपथ दिलाई गई, लेकिन आश्चर्यजनक है कि इस मौके पर करीब 30 हजार से अधिक जनप्रतिनिधि शपथ नहीं ले पाए।
बताते चलेंं कि करीब 30797 पदों पर चुनाव को कसरत शुरू हो गई है। यह उपचुनाव दिसंबर माह में कराए जाने हैं। जिन ग्राम पंचायतों में पंचायत सदस्यों का चुनाव नहीं हो पाया, ऐसे में उनका कोरम पूरा नहीं हो पाया। जिस कारण ऐसे ग्राम प्रधान जीतने के बावजूद बुधवार को शपथ लेने से वंचित रह गए।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में तय समय पर कई गांव के वार्ड सदस्यों का चुनाव न होने से कोरम पूरा न होने के चलते बुधवार 27 नवंबर को पुरोला के 28 ग्राम प्रधान शपथ ग्रहण नहीं ले पाए।
विकासखंड पुरोला में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के अंतिम चरण 16 अक्टूबर को 43 ग्राम प्रधान पदों के लिए चुनाव तो संपन्न हुए, किंतु 28 ग्राम पंचायतों में वार्ड सदस्य पदों के लिए नामांकन व चुनाव न होने के कारण कोरम पूरा नहीं हो पाया।
बीडीओ पुरोला टीएस रावत ने बताया कि विकासखंड पुरोला की कुल 43 ग्राम पंचायतों में से 15 ग्राम सभाओं में ही 16 अक्टूबर को तय समय पर प्रधान व वार्ड सदस्यों के चुनाव विधिवत संपन्न हो पाये, जबकि 25 ग्राम पंचायतों में प्रधान पदों के चुनाव तो हुए पर वार्ड सदस्यों के पदों के लिए नामांकन न किये जाने से चुनाव न होने से कोरम पूरा नहीं हो पाया। जिस कारण 27 नवंबर को प्रखंड के केवल 15 ग्राम पंचायत प्रधान ही शपथ ग्रहण में शामिल होंगे, जबकि अन्य पंचायतों में बाद में वार्ड सदस्यों के चुनाव संपन्न होने के बाद शपथ ग्रहण कराया जाएगा।
बहरहाल, न्याय पंचायत चंदेली के अंतर्गत ग्राम पंचायत पाणीगांव, चपटाडी, करडा तथा न्याय पंचायत गुंदियाट गांव की सुकडाला, स्यालुका व गुंदियाट गांव तथा न्याय पंचायत खड़क्या सेम के तहत सुराणु सेरी, कोरना, मठ नोरी, कुमोला, महरगांव, कोटी, सुनाली व श्रीकोट ग्राम पंचायत के प्रधान ही शपथ ग्रहण कर पाएंगे।
इस प्रकार सभी जिलों में समस्त विकासखंडों के सैकड़ों प्रतिनिधि शपथ नहीं ले पाए।