उत्तराखंड के अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश द्वारा उत्तर प्रदेश के बाहुबली विधायक को बद्री केदार के पास जारी करने मामले में अब नया मोड़ आ गया है।
यूपी मे योगी सरकार भी नाराज
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के भाई महेंद्र बिष्ट ने इस मामले में बेहद नाराजगी व्यक्त की है तो दूसरी ओर उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने भी इस मामले में सीएम योगी का कोई नाता होने से सीधे पल्ला झाड़ लिया है।
प्रवक्ता श्री त्रिपाठी ने कहा कि यदि कोई विधायक सैर सपाटे के लिए मुख्यमंत्री का नाम का इस्तेमाल करता है तो इस पर कार्यवाही होनी चाहिए।
यूपी के विधायक अमनमणि त्रिपाठी को लाव लश्कर सहित पास जारी करने के मुद्दे पर योगी आदित्यनाथ के भाई महेंद्र बिष्ट ने कहा कि वे तीन भाई हैं और कल ही फूल चट्टी में पिता का अस्थि विसर्जन करवा चुके हैं।
महेंद्र बिष्ट ने प्रसिद्ध न्यूज पोर्टल ईटीवी भारत न्यूज़ पोर्टल से भी अमन मणि और प्रशासन के प्रति नाराजगी जताते हुए कहा कि पिता के पूजा-पाठ और पिंडदान करने के लिए हम तीन भाई क्या काफी नहीं है !
बैकफुट पर ओमप्रकाश
इधर अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बैकफुट पर आते हुए इस पूरे मामले से बचने की कोशिश करते हुए अब गेंद देहरादून के डीएम आशीष श्रीवास्तव के पाले में खिसकाने की कोशिश करते हुए कहा कि “डीएम को सभी नियम कायदे देख लेने चाहिए थे। उन्होंने तो केवल विधायक का मामला होने के कारण अग्रसारित कर दिया था।”
जबकि ओमप्रकाश के पत्र से साफ जाहिर होता है कि ओमप्रकाश ने जिलाधिकारी को सीधे पास जारी करने के आदेश जारी किए थे। अधीनस्थ अधिकारी द्वारा इन आदेशों का अनुपालन करना ही था।
ओमप्रकाश ने अपने आदेश में यह भी लिखा है कि वे बद्रीनाथ में अपने योगी आदित्यनाथ के पिता का पितृकर्म भी करेंगे।
बेहद नाराज योगी के भाई
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के भाई महेंद्र बिष्ट ने आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि तीन बेटों के मौजूद होते हुए भला अमनमणि किस आधार पर बद्रीनाथ पूजा करवाने के लिए जा रहे है !
जब पूरी दुनिया को पता है कि बद्रीनाथ और केदारनाथ पूजा-पाठ के लिए बंद है, बद्रीनाथ के कपाट भी नहीं खुले हैं, ऐसे में ओम प्रकाश द्वारा परमिशन दिया जाना काफी चौंकाने वाला है।
महेंद्र बिष्ट ने प्रशासन द्वारा परमिशन दिए जाने पर हैरत जताई है।