10 दिनों में होना था सीएम का टारगेट पूरा, जो 13 दिनों में भी रहा अधूरा
– सीएम ने दस दिनों के भीतर की थी जनता के मेडिकल स्क्रीनिंग की घोषणा
देहरादून। उत्तराखंड में शुरुआती दौर में जहां कोरोना से संक्रमितों के आंकड़े बिल्कुल न के बराबर थे वहीं आज मरीजों आंकड़े इतने बढ़ गए है कि, इसको काबू कर पाना शायद सरकार के बस में नहीं रह गया है। क्योंकि, बीते दिनों प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा था कि, स्वास्थ्य विभाग की टीम 10 दिन के भीतर राज्य के प्रत्येक व्यक्ति की मेडिकल स्क्रीनिंग करेगी।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा था कि, हमारा लक्ष्य है कि, राज्य के हर व्यक्ति की स्क्रीनिंग हो, खासकर बच्चे और बुजुर्ग दोनों की। मैंने टारगेट दिया है कि, 10 दिन के भीतर उत्तराखंड के सभी लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग का कार्य पूरा करें। बताना जरूरी होगा कि, एएनआई को दी जानकारी की रात तक राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या 1785 थी, जो आज बढकर 2725 हो गयी है। वहीं अभी तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या भी बढ़कर 37 हो गई है।
गौरतलब है कि, एक ओर सत्ताधारी पार्टी के मुख्या प्रदेश की जनता और मीडिया के माध्यम से बड़े-बड़े दावे करते है दूसरी ओर उनकी योजनाएं व दावे सब फीके नजर आने लगे है। क्योंकि यह स्पष्ट देखा जा सकता है कि, सरकार ने कहा था दस दिन में सभी की स्क्रीनिंग करवाई जाएगी। परंतु 10 दिन कबके पूरे हो चुके है और प्रदेश में अभी तक आधे लोगों की भी स्क्रीनिंग नहीं हुई है। यदि सीएम के कहेनुसार आज भी प्रदेश में जनता की मेडिकल स्क्रीनिंग करवाई जाए तो कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा इतना बढ़ा मिलेगा कि, मरीजों को भर्ती करने के लिए सरकार के पास अस्पताल और बेड कम पड़ जाएंगे।