हरिद्वार के झबरेड़ा में महिला कांस्टेबल ने की खुदकुशी
– कुछ ही समय में तीन कांस्टेबलों ने की खुदकुशी
– एक की सड़क दुर्घटना में मौत
– किसी ने नहीं छोड़ा कोई सुसाइड नोट
रिपोर्ट- कुमार दुष्यंत
हरिद्वार। जिले में पुलिसकर्मियों के ग्रह-नक्षत्र कुछ ठीक नहीं चल रहे हैं। पिछले कुछ समय में ही यहां चार पुलिस कांस्टेबलों की मौत हो गई है। इनमें से तीन ने आत्महत्या की। इन चार में तीन महिला कांस्टेबल हैं। जिनमें से एक ने कल देर शाम झबरेढा थाने में अपने क्वार्टर में मौत को गले लगा लिया। आत्महत्या करने वाले तीनों कांस्टेबलों ने कोई सुसाइड नोट नहीं छोडा। जिसके कारण इनकी मौत भी फिल्मस्टार सुशांतसिंह जितनी ही रहस्यमय बनी हुई है।
झबरेढा थाने में तैनात 2016 बैच की कांस्टेबल मंजीता ने कल देरशाम अपने क्वार्टर में फंदे पर लटक कर खुदकुशी कर ली।
मूल रुप से जौनसार की रहने वाली मंजीता कल शाम 4 बजे अपनी ड्यूटी समाप्त कर क्वार्टर पर लौट गई थी। उसके बाद जब शाम को किसी कार्य से उसे फोन मिलाया गया तो फोन रिसीव नहीं हुआ। जिसके बाद उसके क्वार्टर पर जाकर देखा गया तो वह फंदे में लटकी मिली। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। सिर्फ इतनी जानकारी मिल सकी है कि, कुछ समय बाद मंजीता का विवाह होने वाला था। इससे पूर्व भी यहां एक महिला व पुरुष कांस्टेबल ऐसे ही मौत को गले लगा चुके हैं।
भगवानपुर की रहने वाली देहरादून में तैनात कांस्टेबल सोनिया चौधरी का शव पंद्रह दिन पूर्व डोईवाला के लाल तप्पड़ में सड़क किनारे पड़ा मिला था। जबकि महिनेभर पूर्व ज्वालापुर कोंटेन्मैंट क्षेत्र में तैनात एक कांस्टेबल भी अपने कमरे में मृत पाया गया था। कुछ माह पूर्व बहादराबाद थाने में तैनात महिला कांस्टेबल भी अपने क्वार्टर में फांसी लगाकर लटकी हुई मिली थी। रोचक बात ये है कि, इन तीन कांस्टेबलों की आत्महत्या के किसी मामले में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। जिससे पुलिस कांस्टेबलों की यह आत्म हत्याएं रहस्यमयी बनी हुई हैं।
क्षेत्राधिकारी अभयप्रताप सिंह ने बताया कि, यह घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं व पुलिस विभाग के साथ-साथ पूरे समाज के लिए चिंता का विषय हैं कि, कैसे कोई किसी को बिना कुछ कहे-सुने मौत को गले लगा रहा है। उन्होंने बताया कि, पुलिस मामले की जांच कर रही है।