काठगोदाम और रानीबाग क्षेत्र में छाया गुलदार का आतंक। शिकार करने पहुंची शिकारियों की टीम
रिपोर्ट- कमल जगाती
नैनीताल। उत्तराखंड के रानीबाग में दो महिलाओं का शिकार करने वाले नरभक्षी गुलदार का शिकार करने के लिए शिकारियों का दल लगातार कॉम्बिंग कर रहा है।शिकारियों ने गुलदार पर फायर किया जिससे वो घायल होकर जंगल मे भाग गया। नैनीताल जिले के काठगोदाम और रानीबाग क्षेत्र में एक गुलदार का आतंक छाया हुआ है। गुलदार ने बीती 23 जून को काठगोदाम के सोनकोट में 58 वर्षीय महिला को मौत के घाट उतारा था। गुलदार दूसरी महिला को 11 जुलाई को काठगोदाम के गौला बैराज के समीप घास काटते समय उठा ले गया था।
माना गया था कि, दोनों हादसों में शामिल गुलदार एक ही है। जिसको नरभक्षी घोषित करने की मांग की गई थी। बीते रोज सरकार ने गुलदार को नरभक्षी घोषित किया। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली। सरकार ने गुलदार को मारने के लिए दो शिकारी और वन कर्मियों के साथ पुलिस बल को लगाया है। गुलदार को मारने के लिए एक बकरी को भी जंगल क्षेत्र में बांधा गया।
शिकारियों ने रानीबाग क्षेत्र में रात्रि के समय घात लगाकर गुलदार पर हमला किया। हमले में शिकारी की एक गोली, गुलदार के शरीर में लगी जिससे जंगल में खून देखा गया। वन विभाग ने बताया है कि, उनकी दो टीमें लगी हैं, जिसमे एक गुलदार को ट्रंक्यूलाइज और दूसरी टीम गुलदार को मारने का काम करेगी। बताया कि, गुलदार को जिंदा पकड़ना उनकी प्राथमिकता है। लेकिन अगर कोई मुश्किल सामने आएगी तो उसे मौत भी दी जा सकती है।