कुंभ मेले का निर्धारित समयानुसार होगा आयोजन। सरकार भी समय रहते पूरी करें तैयारियां
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि आज हरिद्वार दौरे पर रहे। हरिद्वार पहुंचे अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने विभिन्न अखाड़ों में जाकर संतों से मुलाकात की और भीमगोडा से लेकर डैमकोठी तक गंगा को सकैप चैनल घोषित करने के तत्कालीन सरकार के निर्णय को बदलने पर विचार विमर्श किया। यही नहीं इस दौरान अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने संतों से हरिद्वार में होने वाले आगामी कुंभ मेले को लेकर चर्चा भी की। इस दौरान अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी हरिद्वार में हो रहे कुंभ मेले के कार्यों से असंतुष्ट नजर आए।
अखाड़ो में संतो से मुलाकात करने पहुँचे अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी का कहना है कि, गंगा को तत्कालीन सरकार द्वारा सकैप चैनल घोषित करने पर वर्तमान की त्रिवेंद्र सरकार रावत द्वारा इस पर विचार विमर्श किया जा रहा है, और जल्द ही त्रिवेंद्र रावत सरकार द्वारा एक अध्यादेश पास किया जाएगा और वापस सकैप चैनल से बदलकर इसको पूर्ण गंगा का दर्जा दिया जाएगा। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष का यह भी कहना है कि, अखाड़ा परिषद अनादिकाल से हर की पैड़ी पर कुंभ के दौरान स्नान करता आ रहा है। इस बार भी अखाड़ो द्वारा वही स्नान किया जाएगा। हरकी पैड़ी का वह स्थान हमारे लिए गंगा है, और यह साधु संतों के साथ ही श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ा हुआ है। प्रश्न है हरीश रावत ने अपने द्वारा की गई गलती के लिए माफी मांग ली है।
वही कुम्भ मेले के कार्यो पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी का कहना है कि, वह कुम्भ को लेकर होने वाले कार्यो से असंतुष्ट है। कोरोना संक्रमण के चलते कुंभ मेले के कार्य प्रभावित हुए हैं। मगर कुंभ मेले का आयोजन अपने समय 2021 में होगा। कुम्भ का भव्य और शानदार तरीके से आयोजन किया जाएगा। पूर्व में भी बड़ी-बड़ी बीमारी आई हैं। लेकिन कुंभ मेले का आयोजन परंपरा के अनुसार ही किया गया है। परंपरा के अनुसार शाही स्नान किया जाएगा। हम सरकार से कहना चाहते है कि, सरकार भी अपना भ्रम दूर कर दे। मेला 2021 में ही आयोजित किया जाएगा और उसी के हिसाब से सरकार अपनी तैयारियां पूरी करें।
बड़ा अखाड़ा उदासीन के श्री महंत महेश्वर दास का कहना है कि, आज अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महोदय आखाड़े में आए थे। अध्यक्ष महोदय से आज कुंभ मेले को लेकर चर्चा की गई है और विचार विमर्श कर निर्णय लिया गया है कि, कुंभ मेले का आयोजन 2021 में ही किया जाएगा। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार द्वारा सभी जगह व्यवस्था बनाई जा रही है। कुंभ मेले के दौरान भी सरकार को कुंभ मेले के आयोजन के लिए अच्छी व्यवस्था करनी चाहिए और सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करना चाहिए।
हरिद्वार में आज अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने विभिन्न अखाड़ों में जाकर संतो से मुलाकात की। जहां स्कैप चैनल के मुद्दे पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने वर्तमान त्रिवेंद्र सरकार से जल्द अध्यादेश पारित कर पूर्ण गंगा का दर्जा देने की उम्मीद की है, तो वही हरिद्वार में होने वाले कुंभ मेले के कार्यों से अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष असंतुष्ट नजर आए। वही अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष का यह भी कहना है कि, कुंभ मेला का आयोजन अपने निर्धारित समय पर होगा और सरकार भी इसके लिए समय रहते अपनी तैयारियां पूरी करें।