ये मामला जिला पौड़ी गढ़वाल की ग्राम सभा बादकोट का है | विगत १ वर्ष से क्षेत्र में जल संस्थान कर्मचारी के अनुपस्थिति के कारण क्षेत्र में पेयजल संकट अपने चरम पर पहुँच चुका है जिसके कारण क्षेत्र में जन धन, पशु धन हानियाँ शुरू हो गयी है क्षेत्र में जीवित रहने हेतु भी जल उपलब्ध नहीं है|
संबंधित कर्मचारी से और विभाग कर्मचारियों से मौखिक शिकायत करने पर भी किसी प्रकार का समाधान अथवा सहायता प्राप्त नहीं हो पा रही है।क्षेत्र में सभी उपभोक्ता पूर्ण रूप से अपने बिल भुगतान कर रहे पेयजल की व्यवस्था के अभाव में भी।
वर्तमान में विगत १३ दिनों से संपूर्ण रूप से पेयजल व्यवस्था ठप होने से निम्नलिखित समस्याएँ उत्पन्न हो गयी है।
- वृद्ध एवं बच्चे बिना पेयजल के बीमार पड़ रहे है।
- पशुओं को पेयजल के लिए १० किलोमीटर तक ले जाना पड रहा है। जिसके कारण बाघ और भालू की आतंक बढ़ रहा है।
- महिलाओ को प्रकृतिक पानी के लिए दूरस्थ जंगल स्थानों पर जाना पड़ता है, जिससे बाघ और भालू की सक्रियता बढ़ गयी है जन हानि का डर बढ़ गया है।
- क्षेत्र में पेयजल की कालाबाज़ारी भी बढ़ गयी है पानी के लिए वृद्ध और शारीरिक रूप से असहाय लोगो को ५०० रूपये तक मजदूरी देनी पड़ रही है ।