सीएम त्रिवेन्द्र सिंह अमित शाह से मिल कर अपने आवास के लिए निकले चुके है| उनकी मुलाक़ात BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और दुष्यंत गौतम से हुई|
पर्यवेक्षकों ने रिपोर्ट में कोर ग्रुप के सदस्यों से बातचीत का संदर्भ दिया| सूत्रों के अनुसार CM त्रिवेन्द्र के चेहरे के साथ चुनाव में जाने पर नुकसान की आशंका है | जिसके कारण उत्तराखंड में मुख्यमंत्री को बदले जाने को लेकर गंभीर चर्चा हो रही है|
उत्तराखंड के सियासी हलचल पर संसद भवन में बड़ी बैठक शुरू हो रही है| जिसमे बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर रहे हैं|
क्या है पूरा मामला :
उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चर्चा उस वक्त तेज हो गई जब केंद्रीय पर्यवेक्षक रमन सिंह और दुष्यंत गौतम को त्रिवेन्द्र रावत सरकार के कामकाज को आंकने शनिवार को देहरादून भेजा गया | पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और बीजेपी महासचिव दुष्यंत गौतम ने कोर कमेटी के साथ बैठक की|
लेकिन कोर बैठक के बाद भगत ने ये कहकर अटकलों पर विराम लगाया कि कोर सीएम त्रिवेंद्र के नेतृत्व में सरकार बेहतर काम कर रही है| राज्य में कोई परिवर्तन नहीं होने जा रहा है।कोर ग्रुप में इसको लेकर कोई चर्चा भी नहीं हुई|
बीजेपी के कई विधायकों को महसूस होता है कि रावत के नेतृत्व में पार्टी के अगले साल दोबारा चुनाव जीतने की संभावना नहीं है | नेतृत्व परिवर्तन के लिए कथित तौर पर बीजेपी के विधायक अपनी बात रख रहे है| रावत के आलोचकों का कहना है कि मुख्यमंत्री उनके साथ संवाद कायम करने में नाकाम रहे हैं|
अब इस सब के बीच में यह देखना बड़ा दिलचस्प होगा की,क्या उत्तराखण्ड को नया चहेरा मिल सकता है |