स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड के नैनीताल में कोविड 19 प्रीवेंशन टीम और पुलिस प्रबंधन ने मिलकर देशभर से नैनीताल पहुंचे सैलानियों का टेस्ट किया । टीम ने पर्यटकों की 72 घंटे के भीतर आर.टी.पी.सी.आर.टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट और कोविड वैक्सीनेशन रिपोर्ट भी चेक की ।
नैनीताल में एक अप्रैल से आने वाले पर्यटकों से क्षेत्र को संक्रमण से बचाने के लिए पर्यटकों की कोविड चैकिंग की गई । यहां अस्पताल की कोविड प्रीवेंशन टीम और पुलिस विभाग के लोगों ने दिल्ली, हरयाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश आदि जगहों से आने वाले पर्यटकों की थर्मल स्केनिंग की और उनके नाम पते रैजिस्टर में चढ़ाए ।
जिला प्रशासन की पहल के बाद आज नैनीताल पहुंचने वाले सैलानियों के साथ कुछ फॉर्मेलटीज पूरी कराई गई । इसके तहत तल्लीताल की लेक ब्रिज चुंगी में कोविड प्रिवेंशन टीम ने सैलानियों को रोककर चैक किया ।
मुख्य सचिव ओम प्रकाश के हस्ताक्षरों वाला 30 मार्च का कोविड संक्रमण रोकथाम वाला एक आदेश प्रदेश में प्रभावी है । इसमें कहा गया है कि, 65 वर्ष से ज्यादा आयु वाले, गंभीर बीमारी वाले, गर्भवती महिलाएं और 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे मजबूरी में ही प्रदेश में यातायात करें ।
उन्होंने जिला प्रशासन से कहा है कि, वो हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और सड़क मार्गों में प्रदेश की सीमाओं पर रैंडम चैकिंग की व्यवस्था करे और कोविड पॉजिटिव आने पर मरीज की उचित व्यवस्था करें । आदेश में राज्य के भीतर और दूसरे राज्यों में जाने पर माल के ट्रांसपोर्ट पर कोई रोक नहीं लगाई गई है ।
महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तमिल नाडू, गुजरात, हरयाणा, यू.पी., दिल्ली और राजस्थान से आने वाले पर्यटकों को सुझाव दिया है कि, वो 72 घंटे पहले के भीतर की आर.टी.पी.सी.आर.नेगेटिव रिपोर्ट साथ लेकर आएं ।
इस आदेश में कहा गया है कि, अगले आदेशों तक ये आर्डर प्रभावी रहेगा । अस्पताल के नर्सिंग ऑफिसर रजत गिरी ने बताया कि, उन्हें बाहर से आने वाली गाड़ियों की थर्मल स्कैनिंग करनी है और तापमान बढ़ने पर कोविड टैस्ट करना है ।