इंद्रजीत असवाल
पौड़ी गढ़वाल
लैंसडाउन :
आपने सुना होगा कि, बुरे वक्त में केवल अपने ही काम आते हैं , अपनो का दर्द केवल अपनो को ही महसूस होता है ।
इस कोरोना महामारी में पहाड़ी इलाकों में गिनती के समाजसेवी ही नजर आए , सेनेटाइजर व डेड रुपये के मास्क को लेकर कई जबरदस्ती के समाजसेवी भी पहाड़ी इलाकों में गए व पहाड़ के भोले भाले लोगो के बीच अपने को उनका हितेषी महसूस कराने की लिये डेड रुपये का मास्क व 50 रुपये का सेनेटाइज की बोतल थमा कर चलते बने ।
आपको बता दें कि, आजकल पहाड़ के गाओं में बहुत ज्यादा मात्रा में बेरोजगार युवा है जिनको अपने परिवार पालने के लिए राशन आदि की जरूरत सबसे पहले है । फिर कुछ वो बुजुर्ग जो पहाड़ के गाओं को आबाद किये हुए हैं उनको भी राशन की सबसे पहली जरूरत थी लेकिन नकली समाजसेवी व अगले चुनाव में उम्मीदवारी करने वाले कुछ लोग राशन के नाम पर खामोश हो गए ।
ऐसे में जनपद पौड़ी के लैंसडाउन के कंदोली गांव की बेटी अनुकीर्ति गुसाई रावत आज भी अपने पूरे क्षेत्र के गाओं में लगातार बेरोजगारों बुजुर्गों असहायों को अपनी सामर्थ के अनुसार खदय सामग्री वितरण कर रही है आज अनुकीर्ति ने बरस्वार, जलेथा, सोली, ढोंर, आदि गाओ में राशन वितरित की ।
अनुकीर्ति ने कहा कि, यदि मेरे अपने कभी भी मुझे अपनी कोई भी परेशानी बताएंगे तो मैं निस्वार्थ अपनो के लिए हाजिर रहूंगी ,लैंसडाउन क्षेत्र मेरा मायका है और बेटी के दो घर होते हैं ससुराल और मायका , तो उसका फर्ज भी दोनों के लिये होता है ।