पहाड़ो से अक्सर ही स्वास्थ्य सेवाओं के आभाव में दम तोड़ते लोगो की खबरें आती रहती हैं । पहाड़ो में समय पर इलाज ना मिलने के कारण कई लोगो को जान गवानी पड़ती हैं ।
मामला ग्राम ली, जिला पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड का है जहां एक महिला जिनका नाम श्रीमती जसोदा देवी पति श्री कुशाल सिंह रावत है,उनकी अचानक तबियत ज्यादा खराब हो गई।
तबियत इतना खराब थी कि, पैदल चलने की स्तिथि में नहीं थे। तो गांव वालों की मदद से उनको हॉस्पिटल पहुंचाया गया लेकिन रोड़ ना होने के कारण और जो रास्ता है भी वह भी ठीक न होने के कारण मदद करने वाले लोगों को भी बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा।
दुर्भाग्य है कि इन गांवों के लोग अपना बहुमूल्य वोट ये समझ के तो दे देते हैं कि यहां रोड़ बन जायेगी या अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी लेकिन नेता सिर्फ़ वोट मांगने तक ही सीमित रह जाते हैं।
चुनाव जीतने के बाद इन गांवों का रास्ता इन्हें 5 साल बाद ही याद आता है और फिर से वही झूठे वादे करके चले जाते हैं ।
आखिर कब तक उत्तराखंड में ऐसा ही चलता रहेगा,कब पहाड़ के लोगों को अच्छी सुविधाएं प्राप्त हो पाएंगी ये एक बड़ा सवाल हैं ।