स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड के भेवा गांव के युवाओं ने अपने गांव की दुर्दशा को मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार तक पहुंचाने का नायाब तरीका ढूंढ लिया है ।
युवाओं ने गांव से मुख्य मार्ग तक पहुंचने के रास्ते का वीडियो बनाकर अपना दर्द व्यक्त किया है । युवाओं ने सड़क नहीं मिलने पर मतदान नहीं करने की भी बात कही है ।
नैनीताल से कालाढूंगी मार्ग के मध्य में मंगोली गांव है । गांव से लगभग ढाई किलोमीटर खड़े पहाड़ पर भेवा गांव बसा है । गांव का रास्ता संकरी पखडण्डी वाला है, जिसमें आना जाना काफी मुश्किल होता है ।
ग्रामीणों को घर के जरूरी सामान को लाने ले जाने के लिए इसी मार्ग का इस्तेमाल करना पड़ता है । यही नहीं वृद्धों, गर्भवती महिलाओं, स्कूली बच्चों, सब्जी और राशन किसानों को इसी मार्ग से गुजरना पड़ता है । पथरीली पखडण्डी में पैर फिसला तो गहरी खाई में गिरना तय है ।
गांव के युवाओं ने यू ट्यूबरों और लाइव फेसबुक की तरह ही ये लाइव वीडियो बनाकर मीडिया के माध्यम से सरकार तक पहुंचाने की कोशिश की है । यहां भेवा गांव के राहुल कनवाल से उनकी समस्याएं पूछी गई तो उन्होंने बताया कि वे सवेरे चार बजे घर से सब्जी लेकर नैनीताल सब्जी मंडी के लिए निकलते हैं ।
वो अंधेरे में टॉर्च और लालटेन लेकर खूंखार जानवरों वाले जंगल से गुजरकर मुख्य मार्ग तक पहुंचते है, जहां उन्हें बस या टैक्सी मिलती है । राहुल ने अपनी मुश्किलों को बताते हुए दावा किया है कि वो सड़क नहीं बनने की स्थिति में आगामी किसी भी चुनाव में मतदान नहीं करेंगे । गांव के ही महेंद्र ने भी राहुल की तरह गांव तक मोटर मार्ग की मांग की है । ये वही गांव है जहां पिछले दिनों गाय को कंधे में रखकर ले जाते एक वीडियो वायरल हुआ था ।