रिपोर्ट /नीरज उत्तराखंडी
बोलती तस्वीर
जनपद उत्तरकाशी के डुण्डा ब्लाक के टिपरा गांव निवासी अनुसूचित जाति की विधवा महिला शांता देवी का उसकी बिना अनुमति और सहमति के सम्पर्क मार्ग बनाने के लिए ग्राम प्रधान पर उसका मकान तुड़वाये जाने के मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर अम्बेडकर जन जाग्रति मंच ने रोष जताया । मंच ने आराकोट भ्रमण पर आये जिला अधिकारी मयूर दीक्षित को ज्ञापन देकर मामले में आरोपी को गिरप्तार कर कार्रवाई की मांग की है।
बताते चले कि मामले में टिपारा की ग्राम प्रधान सीमा गौड़ पर मुकदमा दर्ज हुआ है। अब इस मुकदमे की जांच राजस्व पुलिस से हटकर उत्तरकाशी की रेगुलर पुलिस करेगी। पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्र ने बताया कि यह मामला अनुसूचित जाति व अनुसूचित जन जाति के तहत दर्ज है। वे जल्द ही तहकीकात करके दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करेंगे।
गौरतलब है उत्तरकाशी जनपद के डूंडा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत टिपारा के कुमारकोट तोक में अनुसूचित जाति की विधवा शांतादेवी के मकान से लिंक रोड बनाने की योजना है।
आरोप है कि ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान सीमा गौड़ के कहने पर विधवा शांता देवी के मकान पर सबल और गैंती चलाकर मकान को ध्वस्त किया गया है।
बताया गया कि इस बावत शांता देवी को किसी ने कोई सूचना नही दी है। यानि न कोई नोटिस, न कोई सर्वेक्षण और न ही प्रशासन की मौजूदगी बल्कि सीधे मकान को ध्वस्त किया गया। अब जबकि विभिन्न संगठनों के भारी दबाव के चलते 16 दिन बाद इस मामले पर प्रशासन सतर्क हुआ और कानूनी कार्रवाई आगे बढ़ी। मुकदमा तो दर्ज हो गया लेकिन मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।