इंद्रजीत असवाल
पौड़ी गढ़वाल
खबर मलेठी सतपुली एकेस्वर रोड की है। जहां पर एक उत्तर प्रदेश के विधायक अशोक राणा के द्वारा एक शराब फैक्ट्री खोली गई है,जिसमें उत्तराखंड के युवाओं का जमकर शोषण हो रहा है।
आज हमारे द्वारा इस जगह पर जाकर मजदूरों की आपबीती सुनी गई। उनका कहना था कि उनको 5 महीने से सैलरी नहीं मिली।
इस मामले में उनके द्वारा फैक्ट्री प्रबंधन से शिकायत की गई लेकिन उनके द्वारा उनको कहा गया कि आप घर में बैठो सैलरी घर में ही आ जाएगी।
5 महीने से इसी तरह से आम पहाड़ी मजदूरों को ठगा जा रहा है। पर्वतजन के द्वारा इस खबर को पहले भी कई बार प्रमुखता से छापा गया था लेकिन न तो स्थानीय प्रशासन ने और ना ही जिला प्रशासन ना ही सरकार के द्वारा इस मामले में कोई भी कार्यवाही की गई।
सरकार का तो एक तरफ कहना है कि पहाड़ में शराब की फैक्ट्री खोलने से पहाड़ के युवाओं को रोजगार मिलेगा लेकिन जो ग्राउंड जीरो रिपोर्ट है उसमें हम आपको जो दिखा रहे हैं वह आप खुद देख सकते हैं कि किस तरह से रोजगार मिल रहा है।
उत्तराखंड श्रम विभाग के द्वारा न्यूनतम मजदूरी तय की गई है लेकिन इस फैक्ट्री का मालिक यहां के लोगों का शोषण कर रहा है। 8 घंटे में न तो चाय मिलती न पानी लेकिन उनको तनखा भी समय से नही दी जाती है, उनको पूरे 8 घंटे और पूरे 30 दिन काम कराने के बावजूद 6000-7000 रुपए में ही टरका दिया जाता है।
इस मामले में कई बार हमारे द्वारा स्थानीय प्रशासन को सूचित किया गया लेकिन किसी के द्वारा भी इस पर कोई भी उचित कार्रवाई नहीं की, इससे आपको अंदाजा लग सकता है कि किस तरह से उत्तराखंड सरकार कार्य कर रही है ।
आखिर क्या करें लोग पहाड़ में रहकर जब पहाड़ में उनके घर में उनका शोषण हो रहा हो और उनकी कोई ना सुनता हो तो मजबूरी में उनको अनंत्र बाहरी तो में जाना जरूरी है इसलिए कोई भी नेता अब आगे यह न बोले कि वह पलायन रोकने के लिए बहुत बड़ी योजनाएं बना रहा है क्योंकि इनकी योजनाएं केवल फाइलों तक ही सीमित रहती है।
आपको बता दें कि इस क्षेत्र के विधायक सतपाल महाराज है। उन्होंने भी इस मामले में चुप्पी साध रखी है ।
इस मामले में हमारे द्वारा उपजिलाधिकारी सतपुली संदीप कुमार से बात की गई उनका कहना है कि जल्द उक्त मामले में तहसीलदार को कार्यवाही करने के लिए आदेशित किया गया है ।