विदेशी ज़ायके में जब देसी तड़का लगता है तब जुबां को एक नया स्वाद मिलता है| पकवानों का ऐसा ही एक नया अंदाज़ देखने को मिला देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में, जहां इटली और पहाड़ी व्यंजनों के फ्यूज़न ने कुकिंग वर्कशॉप में चार चाँद लगा दिए|वहीं, यूनिवर्सिटी ने मलेशियन शेफ एसोसिएशन के साथ एक एमओयू पर भी हस्ताक्षर किये|
मांडूवाला स्थित देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में एक कुकिंग कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें मलेशियन शेफ रिकी नारायण ने छात्रों को कुकिंग की बारीकियों से अवगत कराया| इस दौरान उन्होंने फ्यूज़न कुकिंग के तौर तरीकों पर अपने विचार रखे और एक लाइव स्ट्रीमिंग के दौरान इटली और पहाड़ी व्यंजनों की श्रंखला पेश की| शेफ रिकी नारायण ने इटली के लाजवाब ज़ायके के साथ लज़ीज़ पहाड़ी व्यंजनों को मिलाकर एक शानदार फ्यूज़न तैयार किया, जिसमें इटैलियन पकवानों के साथ पिठ्लू भाकुनी, चौमासी दाल, लाल भात/ सतरंगी सफ़ेद भट्ट, लाल चावल का तिलोटा, पीला कुमाउनी रायता, फरियाल, गुलाब की ठंडी चाय को ख़ास मेनू में शामिल किया गया|इसके अलावा फ़ूड ब्लॉगर मंजू काला ने इटेलियन और उत्तराखंडी फ्यूज़न झंगोरे का रिसोटो तैयार किया और साथ ही प्रोफेशनल कुकिंग की चुनौतियों पर चर्चा की|इस दौरान मलेशियन शेफ एसोसिएशन के साथ एमओयू पर भी हस्ताक्षर किये गए, ताकि देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी के छात्र अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण के अलावा रोज़गार हासिल कर सकें और देसी पकवानों को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पहचान दिला सकें| कार्यशाला के दौरान विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ. प्रीति कोठियाल ने कहा कि हमारा लक्ष्य छात्रों को प्रोफेशनल कुकिंग में दक्ष बनाना है, ताकि वो देश विदेश में अपनी पहचान हासिल कर अपने भविष्य को उज्जवल कर सकें| कुकिंग कार्यशाला का आयोजन विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री संजय बंसल और उपकुलाधिपति श्री अमन बंसल की देखरेख में संपन्न हुआ| इस दौरान उपकुलपति डॉ. आरके त्रिपाठी, स्कूल ऑफ़ होटल मैनेजमेंट के डीन चंद्रमौली ढौंढियाल आदि उपस्थित थे|