उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन के पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए कई आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिसके बाद एसटीएफ के हाथ मास्टरमाइंड कहे जाने वाले चर्चित जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह के गिरेबान तक पहुंच गए ।
हाकम सिंह के गिरफ्तारी के बाद से ही लगातार सोशल मीडिया पर हाकम सिंह के हाकिम माने जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर सवाल उठ रहे हैं।
साल 2016 में vpdo के एग्जाम में भी घोटाला हुआ था जिसमें हाकम सिंह का नाम सामने आया था लेकिन उस समय हाकम सिंह के हाकिम के सत्ता में होने की वजह से हाकम सिंह के गिरेबान तक कानून का हाथ नहीं पहुंचा था इसके बाद फिर से फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में हाकम सिंह का नाम आया लेकिन तब भी हाकम सिंह अपने हाकिम की वजह से बच निकला।
सोशल मीडिया पर लगातार त्रिवेंद्र सिंह रावत और हाकम सिंह की तस्वीरें वायरल हो रही है जिसमें त्रिवेंद्र सिंह रावत को हाकम का आका बता कर लोग ट्रॉल कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि हाकम सिंह अब तक जो बेरोजगार युवाओं के भविष्य से खेलता आया है उसमें कहीं ना कहीं त्रिवेंद्र सिंह रावत भी जिम्मेदार है।
हाकम सिंह का हाकिम के प्रति प्रेम जग जाहिर है हाकम सिंह अपने सोशल मीडिया पर भी त्रिवेंद्र रावत को लेकर लगातार पोस्ट करता रहता है। एक पोस्ट जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है उसमें हाकम सिंह लिखता हैं कि “कहो दिल से त्रिवेंद्र रावत फिर से” इस पोस्ट के स्क्रीनशॉट को सोशल मीडिया पर लगातार वायरल किया जा रहा है।
हाकम सिंह की गिरफ्तारी के बाद से ही बड़े-बड़े नेताओं के उसके साथ फोटो वायरल हो रहे हैं। अब इस भर्ती घोटाले की जड़ कहां तक है यह तो एसटीएफ को ही पता लगाना होगा। कितने सफेदपोश नेता इस घोटाले में सम्मिलित है इसका खुलासा एसटीएफ को जल्द ही करना होगा।
अब देखना दिलचस्प तो यह होगा कि क्या हाकम के हाकिम त्रिवेंद्र सिंह रावत हाकम सिंह को इस मामले से बाहर निकालेंगे या जैसा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए भरपूर प्रयास कर रहे हैं वह हाकम सिंह को उनके गलत कामों के लिए सजा दिलाएंगे।