पुलिस कस्टडी से बंदी के फरार होने के मामले में एसएसपी ने संज्ञान लेते हुए पेशी के लिए ले जाने वाले पुलिस कर्मियों को दोषी मानते हुए एएसआई सहित तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है।
अल्मोड़ा जेल से नगीना न्यायालय पेशी के लिए ले जाते समय आरोपी पुलिस कस्टडी से फरार हुआ था, जिसकी तलाश की जा रही है।
जानिए क्या है पूरा मामला
अल्मोड़ा जिला कारागार से पेशी के लिए बिजनौर न्यायालय ले जाया जा रहा एनडीपीएस का मुलजिम पुलिस हिरासत से हथकड़ी समेत फरार हो गया।
अल्मोड़ा पुलिस लाइन में तैनात एएसआई की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। शाहनवाज अहमद पुत्र नसीर अहमद अल्मोड़ा के थाना भतरौजखान क्षेत्र में 15 जनवरी को गांजा समेत पकड़ा गया था।
बिजनौर निवासी शाहनवाज के खिलाफ भतरौजखान थाने में केस दर्ज है और वह जिला कारागार अल्मोड़ा में बंद था। मंगलवार को एएसआई दयान दत्त, कांस्टेबल महेश प्रसाद, सूरजनाथ वाहन चालक कांस्टेबल प्रमोद ध्यानी उसे पेशी के लिए बिजनौर ले जा रहे थे। काशीपुर के रामनगर रोड पर होटल प्रेमदीप के पास शाहनवाज ने सुरक्षा कर्मियों से लघुशंका जाने की बात कही।
वाहन से नीचे उतरते ही शाहनवाज कांस्टेबल महेश प्रसाद और सूरज नाथ को धक्का देकर हथकड़ी समेत फरार हो गया। पुलिस कर्मियों ने उसका पीछा किया, लेकिन वह हत्थे नहीं चढ़ा।
जिसके बाद बंदी के खिलाफ पुलिस ने कोतवाली में तहरीर दी और फिर फरार बंदी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
इस पूरे प्रकरण में पुलिस कर्मियों की लापरवाही को देखते हुए बंदी को ले जा रही पुलिस टीम के अल्मोड़ा कोतवाली एएसआई दयाल दत्त, कांस्टेबल सूरज और महेश का निलंबित कर दिया गया है।
वहीं, एसएसपी राम चंद्र राजगुरु ने बताया कि मामले में तीन पुलिस कर्मियों की लापरवाही सामने आई है, जिससे उन्हें निलंबित कर दिया गया है।
वहीं पुलिस की कस्टडी से फरार हुए बंदी शाहनवाज अहमद को पकड़ने के लिए पुलिस टीम लगाई गई है।