इंद्रजीत असवाल
पौड़ी गढ़वाल
सैकड़ो पेड़ो की बलि की तैयारी , न राजस्व विभाग को पता न वन विभाग को ,तो क्या बारिश के कारण सोए है दोनो विभाग के अधिकारी कुम्भकर्ण की नींद !
संज्ञान में लाने के बाद भी ठोस कार्यवाही के नही दिखते आसार
मामला लैंसडाउन विधानसभा के वन चौकी अदारियाखाल का है जो कि सिसलड़ी से कुछ किलोमीटर आगे पड़ती है
यहाँ पर एक टाइगर रिजॉर्ट नामक एक होटल है जिसके ठीक नीचे कुछ हट्स बन रहे हैं जिनमे शायद चीड़ के पेड़ अवरोधक बन रहे थे
जिसके कारण भू माफिया द्वारा पेड़ कटान की अनुमति लेने के बजाय नई युक्ति अपना दी गई जिससे न तो उसे अनुमति लेने के लिए विभागों के चक्कर लगाने पड़ेंगे न कोई फीस भरनी पड़ेगी।
आप वीडियो में साफ देख सकते हैं कि किस प्रकार से स्थानीय भु माफिया द्वारा हरे भरे चीड़ के पचास पेड़ो से अधिक पेड़ो के जड़ से ऊपर पेड़ की बक्कल को उतार दिया गया जिससे पेड़ तत्काल सूखने लग रहे हैं
इस मामले में हमारे द्वारा उपजिलाधिकारी लैंसडाउन सोहन सिंह सैनी से बात की गई तो उनका कहना था कि वे जल्द मामले में जांच करवा रहे हैं
जबकि स्थानीय राजस्व उपनिरीक्षक से बात की गई तो उनका कहना था कि उनको मामले की जानकारी नही है !
अब बात पते की ये है कि इस जगह से मात्र 2 किलोमीटर दूरी पर वन विभाग की चौकी है व राजस्व उपनिरीक्षक की चौकी 3 किलोमीटर है फिर इन लोगो को इसकी भनक कैसे नही लगी या फिर कोई चायपानी का हिसाब बना हुआ है ।
आपको एक अहम बात और भी बताते हैं कि टाइगर रिजॉर्ट के मालिक द्वारा सरकारी हैण्डपम्प पर मोटर लगाके पानी भी बेचा जा रहा है इस मामले में हमारे द्वारा पहले खबर दिखाई गई थी लेकिन प्रशासन द्वारा चुप्पी साध ली गई थी