रिर्पोट- इंद्रजीत असवाल
चकराता : पहाड़ों में वन माफिया हो खनन माफिया या भू माफिया सब ने सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों से अपनी सेटिंग बना रखी है।इन माफियाओं के साथ अब सरकारी कर्मचारी अपनी अहम भूमिका निभा रहे है।
ताजा मामला जनपद देहरादून के चकराता का है जहाँ पर विगत तीन दिन पहले वन विभाग ने राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राजाणु के एक भवन में लाखों रुपए की बेशकीमती देवदार के पेड़ों की लकड़ी पकड़ी थी,जिसमे स्कूल के प्रधनाचार्य की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है।
वही जब हमने मामले की पड़ताल की तो पता चला है कि राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राजाणु के प्रधानाचार्य केशर सिंह के परिवार का उनका भाई अतर सिंह ही वो वन तस्कर है जिसने अपने भाई प्रधानाचार्य
की आड़ में स्कूल भवन को अवैध लकड़ी का गोदाम बना दिया था।
वही जब हमारे द्वारा प्रधानाचार्य केशर सिंह से बात की गई तो उन्होंने समय न होने की वजह से बात टाल दी,
वही अब इसी मामले में हमने स्कूल के सहायक शिक्षक को पूछा गया तो उनका कहना था कि उनका घर नजदीक में है इसलिए वे घर से आना जाना करते हैं।
इस संबंध में उन्हें कुछ भी मालूम नहीं है।
अब देखना होगा कि शिक्षा विभाग इन मास्टर जी पर क्या कार्यवाही करता है!