देहरादून। श्री गुरु राम राय काॅलेज आॅफ नर्सिंग में जुनियर्स ने सीनियर्स को फेयरवेल दिया। सोमवार को आयोजित फेयरवेल पार्टी में हाई वोल्टेज साउंड पर गीत संगीत का सुरूर देर शाम तक जारी रहा। छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़कर एक मनमोहक प्रस्तुतियों से आज के दिन को खास बना दिया। सीनियर्स बेहद भावुक थे क्योंकि आज वे अपने साथियों से बिछुड़ने जा रहे थे लेकिन दूसरी तरफ उन्हें खुशी थी कि स्वर्णिम भविष्य सामने उनका इंतजार कर रहा है। एम.एससी नर्सिंग में मंजुली व सोनाली को मिस फेयरवेल चुना गया। बेसिक बी.एससी नर्सिंग से शुभम व शालिनी गौड़, जी.एन.एम. से मुकूल व प्रांजलि व ए.एन.एम. से शोभा के सिर मिस फेयरवेल व मिस्टर फेयरवेल का ताज सजा।
श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज़ के आॅडिटोरियम में सोमवार को कार्यक्रम का शुभारंभ काॅलेज आॅफ नर्सिंग की प्राचार्या डाॅ जी.रामालक्ष्मी ने किया। प्राचार्या डाॅ जी. रामालक्ष्मी ने कहा कि फेयरवेल का दिन छात्र-छात्राओं के साथ साथ शिक्षकों के लिए भी खास और भावनापूर्णं होता है। हर शिक्षक का यह मूल मंत्र होता है कि उनके पढ़ाए विद्यार्थी शिक्षार्थ आइए सेवार्थ जाइए के सिखाए मूल मंत्र को समाज में चरितार्थ करें। उन्होंने सभी सीनियर्स को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
बी.एससी द्वितीय वर्ष की छात्रा शिवानी भगत ने गणेश वंदना से कार्यक्रम का आगाज किया। छात्रा सुकृति और निशा राणा ने बाॅलीवुड गीत धीरे धीरे से मेरी जिंदगी में आना गीत पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। नर्सिंग फैकल्टी सोजन और अंकित ने गिटार पर सुनो ना संगेमरमर की ये मिनारें, शायराना गीतों पर राॅकिंग प्रस्तुति दी। बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा प्रिया गुप्ता और मौसम ने पंजाबी गीत ईश्क तेरा तड़पावे पर जोरदार नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों की भरपूर वाहवाही लूटी। छात्रा मनीशा और स्तुति ने पुराने गीतो की मैलोड़ी प्रस्तुति से पुराने दिनों की यादों को ताजा कर दिया। गीत संगीत का सुरूर छात्र-छात्राओं पर देर शाम तक जारी रहा। कार्यक्रम को सफल बनाने में नर्सिंग फैकल्टी जूलिया मैसी, श्रीमती ब्लैसी, रेचल, कीर्ति हरजाई, अंकित डल, निशा राणा, प्रिया पंवार, प्रियंका ग्वाडी का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन एमएससी प्रथम वर्ष के श्रिंक, दीपिका, अलीशा व आकृति ने किया। इस अवसर पर सहित काॅलेज आॅफ नर्सिंग के सभी विभागों के विभागाध्यक्ष व छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।