हेमवती नंदन बहुगुणा केन्द्रीय गढ़वाल विश्व विद्यालय में 20 दिन बाद भी नए कुलपति की नियुक्ति नहीं होने से चर्चाओं का बाजार गर्म है।
पिछले कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल का कार्यकाल 30 अक्टूबर को समाप्त हो गया है और केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा दो सप्ताह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी कुलपति को लेकर कोई नया आदेश विवि को नहीं दिया है।
बिना कुलपति के ही विवि पिछले 20 दिनों से विश्वविद्यालय चल रहा है जिसके चलते कई महत्वपूर्ण कार्य तो रुके ही साथ ही कई छात्रों का भविष्य भी अधर में लटका हुआ है।
कुलपति न होने के कारण बड़ी संख्या में छात्र- छात्राओं की डिग्रियां नहीं बन पा रही है, जिसको लेकर छात्र-छात्राएं अपने भविष्य को लेकर काफी परेशान हैं। खास कर जिन्हें नौकरी व अन्य जरूरी कामों के लिए डिग्री चाहिए। कई छात्राओं को हायर एजुकेशन के लिए विदेश जाना है लेकिन डिग्री ना मिलने के चलते उनके भविष्य पर संकट आन पड़ा है।
हालांकि विश्वविद्यालय में कुछ कर्मचारी शिक्षक और छात्र चाहते हैं कि यही कुलपति आगे भी पद पर बनी रहे वहीं अन्य एक खेमा चाहता है कि नए कुलपति का चयन हो।
विवी के छात्रों ने मुख्यमंत्री, गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी व पुलिस प्रशासन को आदि को ज्ञापन भी दिया है कि कुलपति किस अधिकार से पद पर बैठ रही हैं!
अब देखने वाली बात होगी कि क्या यही कुलपति आगे इस पद पर बनी रहेगी या नए कुलपति को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
साथ ही देखना यह भी होगा कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय आखिर कब तक कुलपति पर निर्णय ले पाएगा।