रिपोर्ट: संदीप पाठक/अल्मोड़ा
आज व्यापार मंडल की बैठक मे लगभग 30 व्यापारी उपस्थित रहे, जिनमे पूर्व कार्यकारिणी और चुनाव समिति के लगभग 15 सदस्य थे।
माना जा रहा है की व्यापारियों की इतनी कम उपस्थिति समिति से नाराजगी के कारण रही।पूर्व समिति के व्यय विवरण पर व्यापारी नाराज दिखे, व्यापारियों का मानना है की कोष का बेहतर उपयोग हो सकता था।
व्यापारियों को सोशल मीडिया से दूर रहने की चेतावनी दी गयी।साथ ही समिति से सोशल मीडिया के द्वारा सवाल पूछने पर व्यापारियों पर कार्यवाही करने का प्रस्ताव चुनाव समिति ने पास किया। जिसपर व्यापारी द्वारा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के सवाल पर समिति चुप रही।
वही कुछ व्यापारियों द्वारा शराब के नशे मे अराजकता एवं अफरातफरी का माहौल भी देखने मे आया।
बैठक मे मोहन नेगी,राज पाण्डेय, जगदीश, अगस्त, उमेश पाठक, मनीष चौधरी, संदीप गोयल, दीपक पंत, भुवन पाण्डेय, नेहा माहरा, विनीत चौरसिया, विनोद कुमार, भगवंत नेगी, प्रदीप अग्रवाल, हर्ष पंत अजय बबली आदि उपस्थित थे।
व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष द्वारा बैठक में मौखिक रूप से आय- व्यय का विवरण प्रस्तुत किया गया, जिस पर कई लोगों द्वारा आपत्ति दर्ज की गयी ।
मामले पर चुनाव समिति ने निवर्तमान व्यापार मंडल को आय- व्यय का विवरण लिखित में देने तथा, बैंक चेक बुक, पास बुक, तथा सभी रजिस्टर चुनाव समिति के पास जमा करवाने के लिए कहा गया।
व्यापारियों मे एक चर्चा का प्रश्न देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल की रानीखेत इकाई गठित करवाने का भी दबी जुबान मे चलता रहा।
कानूनी जानकारों का मानना है की लोकतान्त्रिक प्रकिर्या मे आप किसी सदस्य को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से नही रोक सकते, अतः समिति द्वारा की गयी दण्डात्मक कार्यवाही अलोकतान्त्रिक एवं कट्टरपंथी है।