आयुष मंत्रालय भारत सरकार तथा भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग नई दिल्ली द्वारा पूरे देश में संचालित देश का प्रकृति प्रशिक्षण अभियान के अंतर्गत उत्तराखंड राज्य की नोडल एजेंसी भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों बैठकों तथा प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
इसके साथ ही साथ भारतीय चिकित्सा परिषद द्वारा राज्य के विभिन्न सरकारी तथा निजी कार्यालयों में प्रकृति परीक्षण से संबंधित कैंप का आयोजन भी किया जा रहा है जिसमें सभी अधिकारियों, कार्मिकों तथा आगंतुकों का प्रकृति परीक्षण किया जा रहा है।
इसी क्रम में आज दिनांक 17 दिसंबर 2024 को राज्य कर आयुक्त कार्यालय, निकट 6 नंबर पुलिया, देहरादून में भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड के द्वारा देश का प्रकृति परीक्षण अभियान के अंतर्गत प्रकृति परीक्षण किए जाने हेतु एक कैंप का आयोजन किया गया जिसमें राज्य कर कार्यालय के अधिकारियों तथा कार्मिकों के साथ-साथ आम जनमानस का भी प्रकृति परीक्षण किया गया।
राज्य कर कार्यालय के अधिकारियों तथा कार्मिकों द्वारा भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड द्वारा किए जा रहे प्रकृति परीक्षण कार्यक्रम की सराहना की गई तथा इसे सभी के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही उपयोगी बताया गया। इस प्रकृति प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 112 से अधिक अधिकारियों व कार्मिकों का प्रकृति परीक्षण किया गया। इस अवसर पर राज्य कर आयुक्त डॉ अहमद इकबाल, अपर आयुक्त श्री आई एस बृजवाल, अपर आयुक्त श्री अनिल सिंह, श्री बीएस नग्न्याल, श्री जी एस नबियाल, संयुक्त आयुक्त श्री अनुराग मिश्रा तथा श्री प्रमोद जोशी उपस्थित रहे। इनके साथ ही भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड के अध्यक्ष डॉ जे एन नौटियाल, डॉ उपकार कुकरेती, डॉ रंजना भट्ट, डॉ अवनिका भट्ट, डॉ रुचि शिखा, डॉ पिंटू मालाकर, डॉ ऋचा कंडवाल तथा डॉ आकांक्षा पॉल उपस्थित रहे। भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड के अध्यक्ष डॉक्टर जे एन नौटियाल द्वारा बताया गया कि दिनांक 18 दिसंबर 2024 को किसान भवन, निकट 6 नंबर पुलिया रिंग रोड, देहरादून में प्रकृति परीक्षण किए जाने हेतु भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड द्वारा कैंप का आयोजन किया जाएगा जिसमें कार्यालय के अधिकारी, कार्मिकों के साथ-साथ आसपास के आम नागरिकों का भी प्रकृति परीक्षण किया जाएगा। डा नौटियाल ने सभी से देश के प्रकृति परीक्षण अभियान से जुड़ते हुए अपना प्रकृति परीक्षण कराए जाने की अपील की गई।