उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच के तकनीकी व उपभोक्ता सदस्यों ने किया प्रतिभाग
सदस्यों के सामने उपभोक्ताओं ने उठाए कई सवाल
रंगोली आंदोलन, स्वास्तिक सेवा सोसाईटी व हिल फाउंडेशन ने संयुक्त रूप से आयोजित किया शिविर
देहरादून। उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से आज देहरादून स्थित बसंत बिहार व इंदिरानगर क्षेत्र के लोगों के लिए “जागो ग्राहक जागो” कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने प्रतिभाग कर उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच के सदस्यों के समक्ष अपनी विभिन्न शिकायतों को रखा । जिसके बाद सदस्यों द्वारा उपभोक्ताओं को विस्तार से उनके अधिकारों के बारे में बताया गया ।
उक्त कार्यक्रम में आज सामाजिक एवं रचनात्मक मुहीम रंगोली आंदोलन के बैनर तले इंदिरानगर सीमाद्वार स्थित हिल फाउंडेशन स्कूल में आयोजित किया गया । आम लोगों के आयोजित इस खुले कार्यक्रम में स्थानीय लोगों ने भी बढ़ – चढ़कर हिस्सा लिया । कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच के वरिष्ठ तकनीकी सदस्य पूर्व चीफ इंजीनियर सी0 आर0 गोस्वामी ने शिविर में पहुंचे उपभोक्ताओं को विस्तार से विद्युत संबन्धित समस्याओं एवं उनके निवारण के बारे में विस्तार से समझाया। श्री गोस्वामी ने बताया कि उपभोक्ताओं के पास शिकायतें तो बहुत होती हैं परंतु अपने अधिकारों के प्रति पूर्ण जानकारी न होने के अभाव में उन्हें हमेशा मानसिक, शाररिक एवं आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है । इसलिए जरूरी है कि उपभोक्ता सबसे पहले अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बनें और उसका लाभ भी लें व फिर किसी भी प्रकार से आने वाली परेशानियों से बचें । साथ ही उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच के उपभोक्ता सदस्य हिमांशु बहुगुणा ने उपभोक्ताओं को जानकारी देते हुए कहा कि जब भी आप किसी कार्यालय में कोई शिकायत दर्ज करते हैं तो उसकी एक प्रति में रिसीविंग अवश्य प्राप्त करें अन्यथा ऑन- लाईन या टोल फ्री नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज कर शिकायत का कोड या नंबर प्राप्त करना कभी न भूलें । उपभोक्ता सदस्य हिमांशु बहुगुणा ने उपभोक्ताओं को बिजली के सदुपयोग का भी पाठ पढ़ाया ।
*उपभोक्ताओं ने बताई शिविर में अपनी समस्याएं :*
लक्षमण चौक से शिविर में पहुंची कविता गुप्ता ने “उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच” सदस्यों के सामने अपनी शिकायत दर्ज करते हुए कहा कि वह ऑन लाईन बिजली का बिल जमा कर रही हैं बाबजूद उसके हर महीने उनके बिल में पूर्व की धनराशि जोड़ दी जा रही है । जबकि बैंक खाते से पैसा निर्गत हो चुका है और दूसरी तरफ विभाग कहता है कि रुपया उनके खाते तक नहीं पहुंचा है। तकनीकी सदस्य इंजीनियर सी0आर0 गोस्वामी ने तत्काल उपभोक्ता कि शिकायत को लिखित में देने को कहा और जल्दी उक्त मामले कि छानबीन का भरोषा दिलाया व उन्हे आश्वस्त किया कि उनकी शिकायत का शीघ्र ही निवारण कर लिया जाएगा। वहीं इंदिरा नगर निवासी प्रमिला गौड़ ने कहा कि विभाग द्वारा दो महीने का बिल 65 हजार रुपया उन्हें थमा दिया गया है तो इस समस्या के लिए तकनीकी सदस्य इंजीनियर सी0 आर0 गोस्वामी ने बताया कि यह शिकायत बहुत लोगों की ओर से आती हैं लेकिन उपभोक्ताओं को भी सजग रहने की आवश्यकता है। श्री गोस्वामी ने कहा कि ज्यादा बिल आने के लिए विद्युत विभाग जिम्मेदार नहीं होता है बल्कि इसके लिए उपभोक्ता को तुरंत 80 रुपए की रसीद के साथ विद्युत विभाग में अपनी शिकायत जमा करनी पड़ती है जिसके बाद विभागीय इंजीनियर व लाईनमेन आपके घर की मीटर व घर में इंटरनल बिछी बिजली लाईन को चैक करते हैं । यदि उपभोक्ता के घर में लाईन या मीटर में खराबी नहीं मिलती है तो तुरंत उस पर काम शुरू हो जाता है, लेकिन उपभोक्ताओं को हमेशा इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि जब कभी भी भारी भरकम राशि का बिल आपको प्राप्त होता है तो उस बिल को जमा करने से पहले अपनी शिकायत अवश्य दर्ज करा लें, अन्यथा उपभोक्ता द्वारा जमा की गई राशि के आधार पर ही निस्तारण न होने तक बिल आता रहेगा।
किराएदार कैसे निबटें इस समस्या से :-
उपभोकता ऋतु कामरा, आनंद सिंह रावत व लीला राणा की समस्या से सवाल उठा कि जब अत्यधिक बिल आता है तो मकान मालिक द्वारा उनसे मनमाफिक बिल वसूला जाता है। इस स्थिति में क्या किराएदार की भी इस मंच पर सुनवाई होती है तो इसके जबाब में “उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच” के उयपभोकता सदस्य हिमांशु बहुगुणा ने जानकारी दी कि यह अधिकार किरायेदारों प्राप्त है कि वह जहां किराए पर रहता है उस जगह पर वो अपने नाम से विद्युत कनेक्शन ले सकता है। बशर्ते कि किराएदार के पास रेंट एग्रीमेंट अथवा किराए की रसीद हो और अगर किसी भवन में एक ही कनेक्शन तो उस स्थिति में सब-मीटर तो अवश्य लगाएं फिर भी फाइनल बिल को जमा करने से पहले बिल की एक प्रति भी अवश्य प्राप्त कर लें।और अपने लोड के हिसाब से भुगतान करें। फिर भी समस्या रहती है तो किराएदार उपभोक्ता को भी अपनी शिकायत दर्ज करने का अधिकार प्राप्त है।
रंगोली आंदोलन के संस्थापक व समाजसेवी शशि भूषण मैठाणी ‘पारस’ ने बताया कि रंगोली आंदोलन एक गैर राजनीतिक मंच है यह एन जी ओ भी नहीं है बल्कि वह अपने संसाधनों व अपने सहयोगियों कि मदद से समय–समय पर अपनी सामाजिक मुहीम को गति देते हैं। मैठानी ने बताया कि रंगोली द्वारा अपने निजी संसाधनों से ही समाज में जागरूकता लाने के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे हैं। उन्होने कहा कि बहुत जल्दी उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में भी उपभोक्ता जागरूकता शिविर का आयोजन किया जाएगा, जिसमें जी एस टी के बारे में भी जागरूकता अभियान छेड़ा जाएगा। उन्होने कहा कि आज के कार्यक्रम का सफल संचालन हिल फाउंडेशन के निदेशक सोनल वर्मा व स्वास्तिक सेवा सोसाईटी की संचालिका सुनीता पाण्डेय के सहयोग के बिना संभव नहीं था। इस मौके पर अतिथियों को सोनल वर्मा द्वारा एलोवीरा की पौधे गमले में स्मृति चिन्ह स्वरूप प्रदान किए गए। कार्यक्रम में गोविंद बल्लभ शर्मा , आनंद प्रकाश, सोनल वर्मा, सुनीता पाण्डेय, प्रमिला गौड़, पूनम उनियाल सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।