पुलिस ने देह व्यापार का धंधा संचालित करने के आरोप मे एक महिला नेता के घर छापा मारा। पुलिस की छापामारी के पहले भनक लगने पर ऐन पहले महिला नेता के घर पर मौजूद सभी संदिग्ध फरार हो गए।
पुलिस को काफी लंबे समय से मुखबिरों और पड़ोसियों से लगातार सूचनाएं और शिकायतें मिल रही थी कि उक्त महिला नेता लंबे समय से देह व्यापार के धंधे में लिप्त हैं ।
मौका पाकर पुलिस ने छापा मारा लेकिन वहां पर मौजूद संदिग्ध भागने में सफल रहे। पुलिस ने घर में लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर कब्जे में लेकर महिला नेता से इसका पासवर्ड जानना चाहा तो महिला नेता ने पासवर्ड याद न होने की बात कह दी।
इससे पुलिस सीसीटीवी कैमरे की फुटेज मौके पर नहीं देख पाई और पुलिस ने पूरी डीवीआर ही अपने कब्जे में लेकर उसकी उस की फुटेज निकलवाने के लिए दे दी है।
रुड़की के सिविल लाइंस इलाके में इस महिला पर लंबे समय से देह व्यापार में लिप्त होने और अपने घर में देह व्यापार का धंधा कराने की सूचनाएं पुलिस को मिल रही थी।
सिविल लाइंस कोतवाली की थानाध्यक्ष साधना त्यागी ने बताया कि महिला समाजवादी पार्टी की नेता है और मुखबिरों तथा आसपास के लोगों द्वारा लंबे समय से पुलिस से इसकी शिकायत की जा रही थी। थानाध्यक्ष सुश्री त्यागी ने बताया कि पुलिस अभी सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर से फुटेज निकलवाने की कोशिश कर रही है। इसके बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।
पर्वतजन के सूत्रों के अनुसार महिला नेता ने अपने संपर्कों का इस्तेमाल करके पुलिस के पास गई डीवीआर को वापस लौटाने के लिए दबाव डलवाना शुरू कर दिया है।
गौरतलब है कि यह महिला पहले भी देह व्यापार संचालित करने को लेकर खासी चर्चाओं में रह चुकी है। इससे पहले उत्तर प्रदेश में इनकी पार्टी की सरकार होने के कारण उत्तराखंड पुलिस में इस महिला पर हाथ डालने में परहेज रखती थी किंतु सरकार बदलने के बाद पुलिस के भी हौसले बुलंद है।
पर्वतजन के सूत्रों के अनुुुुसार महिला से मिलने वाले लोगों में शहर के विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों के साथ साथ सभी राष्ट्रीय पार्टियों के सफेदपोश नेताओं का भी आना जाना है।
शनिवार रात को पुलिस ने महिला से पूछताछ की तो पहले तो उसने अपने राजनीतिक संपर्कों का हवाला देते हुए दबाव में लेना चाहा। लेकिन जब पुलिस ने बताया कि उनके पास पहले से भी कई गोपनीय जानकारियां हैं तो फिर महिला नेता के तेवर ढीले हो गए और उसने अपना रौबदार सब छोड़ दिया।
हालांकि पुलिस देह व्यापार के लिए लाई गई महिलाओं के बारे में जानकारी उगलवाने में असफल रही। बहरहाल पुलिस की आगे की तफ्तीश सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर से हासिल होने वाली फुटेज पर टिकी है।(pics for concept purpose)