पर्वतजन की खबर के बाद जागा स्कूल प्रशासन
डीएम ने लिया खबर का संज्ञान
मुख्य शिक्षा अधिकारी और जिला शिक्षा अधिकारी पंहुचे मौके पर
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में सुचारू हुई पानी की लाइन
गिरीश गैरोला
पर्वतजन की खबर के बाद अब तक बंद पड़े उत्तरकाशी शिक्षा विभाग के नाक-कान खुले। डीएम ने खबर के संज्ञान लिया और विभागीय अधिकारियों को मौके पर रिपोर्ट करने के निर्देश दिए।
जिसके बाद मुख्य शिक्षा अधिकारी रमेश चंद्र और जिला शिक्षा अधिकारी रामेन्द्र कुशवाह तत्काल मौके पर निरीक्षण के लिए रवाना हो गए। निरीक्षण के दौरान ही दूरभाष पर अधिकारियों ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में पानी की व्यवस्था सुचारू होने की जानकारी दी इसके अलावा राजीव नवोदय विद्यालय में भी स्थानीय स्तर पर खबर में उठायी गयी सभी समस्याओं पर कार्यवाही करते हुए स्कूल के प्रभारी प्राचार्य से स्पष्टीकरण तलब किया। उन्होंने बताया कि सीवर के पिट से गंदगी निकलने से उठ रही बदबू से बीमार हो रहे छात्रों की समस्या का भी निदान स्थानीय स्तर कर किया जा रहा है। इसके अलावा बीमार छात्रों से अन्य छात्रों में संक्रमण न फैले और रात को पढ़ने के दौरान सभी को पर्याप्त रोशनी उपलब्ध हो इसकी भी व्यवस्था की जा रही है।
वहीं जिला शिक्षा अधिकारी रामेन्द्र कुशवाह ने बताया कि राजीव नवोदय स्कूल के प्राचार्य को स्कूल के निकट आवास लेकर रहने के पूर्व में भी निर्देश दिए गए थे ताकि कोई दिक्कत होने अथवा बच्चों के बीमार होने पर तत्काल कार्यवाही की जा सके। इसके अलाव उच्च अधिकारी के निरीक्षण के दौरान स्कूल के प्रभारी प्राचार्य स्कूल से गैर हाजिर पाए गए है लिहाजा कार्यवाही से पूर्व उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है।
गौरतलब है कि पर्वतजन ने ऊत्तरकाशी जनपद के चिन्यालीसौड़ में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में पानी की किल्लत और बच्चियों को हैंड पम्प से पानी भर कर ढोने की खबर प्रकाशित की थी। वंही इसी कस्बे में राजीव नवोदय विद्यालय में सीवर लीकेज से बीमार हो रहे छात्रों सहित स्कूल में रहने सोने और पढ़ने के दौरान होने वाली दिक्कतों की तरफ विभाग का ध्यान खींचा था। वंही रात के पढ़ने के दौरान बेहद कम रोशनी में पढ़ रहे छात्रों की नजर कमजोर होने की संभावना वाली खबर प्रकाशित की थी। जिसके बाद डीएम के निर्देश पर शिक्षा विभाग के अधिकारी दौड़ते भागते नजर आ रहे हैं ।
ऐसा नही है कि उच्च अधिकारियों के दौरे इन स्कूल में नही हुए अथवा उन्हें वहां की समस्या की कोई जानकारी नही है। स्कूल की छात्राओं ने कैमरे पर बताया कि अधिकारी बराबर दौरा करते हैं उनकी दिक्कतें भी पूछी जाती हैं, पर उनका समाधान नही होता। उम्मीद है इस बार पर्वतजन की दखल के बाद छात्राओं की शंका भी दूर होगी और स्कूल में व्यवस्था भी चाक चौबंद होगी।