कुमार दुष्यंत//
हरिद्वार कोतवाली पुलिस आजकल पचास लाख रुपए के सोने के जेवरात की सुरक्षा को लेकर टैंशन में है। पिछले चार दिनों से मालखाने में रखे इस सोने का किसी के द्वारा क्लेम न किये जाने से पुलिस एक बैग में रखे इस सोने की सिक्योरिटी में राऊंड द क्लॉक ड्यूटी बजा रही है।
तीन दिन पूर्व हरिद्वार बस अड्डे पर बस से उतरते ही एक यात्री की तबियत अचानक खराब हो गयी थी। यात्री के पास एक बैग भी था। चेतक पुलिस कर्मियों ने यात्री को जिला चिकित्सालय में भर्ती करा दिया था। यात्री की पहचान सहारनपुर के स्वर्णकार पंकज जैन पुत्र दिनेश जैन के रुप में हुयी। पुलिस ने जब दिनेश के पास से मिले बैग को चैक किया तो उसमें सोने के आभूषणों को देखकर पुलिस की आंखें फटी की फटी रह गयीं। पुलिस ने दिनेश जैन के परिजनों को सूचना देने के बाद करीब पचास लाख रुपए के इन जेवरों को मालखाने में रख दिया।
स्वर्णकार की कल जोलीग्रांट में मृत्यु हो गयी। लेकिन पिछले चार दिन से न तो दिनेश जैन के परिजनों ने व न ही किसी अन्य ने पुलिस के समक्ष इन जेवरात की दावेदारी की है। नतीजतन पुलिस को मालखाने में रखे इस सोने की सुरक्षा की चिंता खाए जा रही है।
माना जा रहा है कि मृतक सर्राफ हरिद्वार में यह जेवरात किसी को डिलीवर करने आ रहा था। हरिद्वार के ज्वालापुर में सर्राफे का बड़ा कारोबार है। संभवत:हिसाब-किताब में न होने के कारण अब तक किसी ने इस सोने पर दावेदारी नहीं की है। पुलिस अब इस सोने की जानकारी आयकर विभाग को देने जा रही है।