पलटवार : राज्यमंत्री बनाने के लिए रुपये लेने के आरोपितों ने भी कराई क्रास रिपोर्ट

हाल ही में एक हरिद्वार के एक उद्योगपति ने दो भाजपा नेताओं से 30 लाख रुपए में दायित्व खरीद-फरोख्त का सौदा किया था, लेकिन दायित्व न मिलने से खफा उद्योगपति ने थाने में तहरीर देकर मामला साफ कर दिया है कि दायित्व की खरीद-फरोख्त में भाजपा के तथाकथित कुछ नेता दुकानदारी चला रहे हैं |

अब उद्योगपति के तहरीर देते ही इस मामले ने एक और नया मोड़ ले लिया  जब भाजपा नेताओं ने भी उद्योग पति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज का मामला भी आया | उन्होंने उद्योगपति के खिलाफ जालसाज़ी और धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है|

क्या है पूरा मामला:-

उद्योगपति कौशल कुमार मिश्रा s/o कमलेश कुमार मिश्रा ने दो भाजपा नेताओं को 30 लाख रुपए में दायित्व खरीद-फरोख्त का सौदा किया था लेकिन दायित्व न मिलने से खफा उद्योगपति ने थाने में तहरीर दी कि मुझसे दायित्व दिलाने के नाम पर 30 लाख रूपये लिए गए|

भाजपा नेताओ द्वारा दी गयी तहरीर:

रजनीश कौशिक पुत्र शिव कुमार शर्मा लिखते हैं कि कुछ वर्ष पूर्व कौशल कुमार मिश्रा पुत्र कमलेश कुमार, निवासी हरिद्वार ने मुझसे मेलजोल बढ़ाया और कहा कि, मैं हरिद्वार में 10 फ़ैक्टरियों का मालिक हूं एवं उपभोक्ता खाद्य मंत्रालय भारत सरकार में राज्य मंत्री हूं|  आप भी हमारी पार्टी के कार्यकर्ता हो इसलिए मेलजोल आपस में होना चाहिए| 

 जिसके चलते उपरोक्त व्यक्ति अपनी पत्नी संगीता को कई बार मेरे घर लेकर आया और मेरे परिवार के साथ मेलजोल बढ़ा लिया एवं पूरे परिवार को विश्वास में ले लिया उपरोक्त व्यक्ति व उसकी पत्नी संगीता ने मुझसे कहा कि हम आपको गुरुकुल नारसन में इंडियन गैस एजेंसी दिलवा देंगे| 

 उसके लिए आपको ₹10,00,000 देने होंगे ₹5,00,000 पहले और ₹5,00,000 बाद में दें देना |  दोनों ने कहा कि हम तुम्हारा काम करवा देंगे,महोदय उपरोक्त व्यक्ति ने अपनी पत्नी की सहमति पर मुझसे दिनांक 29-06-2020 को कोर्ट गेट के बाहर गोल चक्कर, रोशनाबाद, हरिद्वार में नगद रुपए लिए जिसकी रसीद मेरे पास है|  मेरे द्वारा  कार्य समय अवधि  निकलने के बाद  पैसे लौटाने का आग्रह किया तो कौशल कुमार मिश्रा ने पैसे देने से साफ मना कर दिया एवं मुझे झूठे मुकदमे में फँसाने व  जान से मारने की धमकी भी दी| 

साथ ही, अवनीश कौशिक पुत्र श्री श्री शिव कुमार शर्मा ने भी रिपोर्ट दर्ज करा कर कौशल कुमार मिश्रा पर आरोप लगाया है कि:-

 कौशल कुमार मिश्रा ने उनसे दोस्ती की और ऐसा बताया की मैं हरिद्वार में फ़ैक्टरी का मालिक हूँ | यह भी कहा कि वो खाद्य मंत्रालय भारत सरकार में भी राज्य मंत्री है | उन्होंने मुझसे कहा कि,मैं तुम्हें भी उपभोक्ता खाद्य मंत्रालय भारत सरकार में सलाहकार सदस्य बनवा सकता हूं, जिससे तुम्हारी गाड़ी पर भारत सरकार लिखा जाएगा एवं तुम्हें राज्य मंत्री की सुविधा मिलेगी| 

 जिसके लिए तुम्हें कुल 15,00,000 रुपए मुझे देने होंगे, कुछ पहले कुछ बाद में दे देना,मैं तुम्हारा काम करवा दूँगा|  महोदय उपरोक्त व्यक्ति ने मुझ से दो बार पांच ₹5,00,000 षड्यंत्र के तहत भारत सरकार में सदस्य बनाने हेतु झांसा देकर धोखाधड़ी से ले लिए|  इसकी रसीद मेरे पास सुरक्षित है, मेरे द्वारा मेरा कार्य ना होने पर कई बार उक्त व्यक्ति से मेरे पैसे लौटाने का आग्रह किया, जिसमें उक्त व्यक्ति ने मुझे पैसे देने से साफ मना कर दिया है एवं जान से मारने की धमकी देते हुए झूठे मुकदमे में फँसाने की धमकी दे रहा है| 

 उपरोक्त व्यक्ति के बारे में पता करने पर मुझे यह भी पता चला कि इसके खिलाफ जिला न्यायालय हरिद्वार में धोखाधड़ी और चेक बाउंसिंग के मुकदमे चल रहे हैं इसके अलावा श्रम न्यायलय देहरादून में भी मामले पंजीकृत है|

अब इन दोनों भाजपा नेताओं द्वारा दी गयी तहरीर के संज्ञान में आने के बाद मामले ने एक नया मोड़ लिया है, और मामला गरमा गया है | अब देखना बड़ा  दिलचस्प होगा की दायित्व की इस  खरीद फरोख्त के मामले में क्या सच है और क्या झूठ ! 

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