होली पर लोगो ने खूब अबीर-गुलाल उड़ाया और कईयों ने हुड़दंग भी मचाया। इस बात की तस्दीक आपातकालीन सेवा 108 के काल सेंटर को मिली फोन काल से होती है। अन्य दिनों की तुलना में ब्रहस्पतिवार व शुक्रवार को कहीं ज्यादा लोगों ने आपातकालीन सहायता के लिए टोल फ्री नंबर 108 को फोन किया। जिस कारण 108 एंबुलेंस सुबह से रात तक दौड़ती रही। इन दो दिनों में 800 लोगों को सहायता प्रदान की गई। इनमें भी सबसे ज्यादा मामले सड़क दुर्घटना के थे। जहां आम दिनों में 108 काल सेंटर में अमूमन प्रतिदिन 15 से 20 मामले ही सड़क दुघर्टना के आते हैं वहीं होली के दिन 134 मामले दर्ज किए गए।
कैम्प आपातकालीन सेवा 108 के महाप्रबंधक (प्रोजेक्ट्स) अनिल शर्मा ने बताया कि होली के दिन प्रदेशभर से सामान्य दिनों की अपेक्षा अधिक लोगों ने आपातकालीन सहायता के लिए फोन किया। होली व इससे एक दिन पूर्व प्रसव संबंधी 193, सड़क दुघर्टना के 134, हृदय रोग से संबंधित 22 और अन्य स्वास्थ्य समस्या से संबंधित 451 मामले थे।
उन्होंने बताया कि होली के दिन पुलिस से संबंधित 352 मामले भी आए, जिन्हे पुंलिस कंट्रोल रूम को हस्तांतरित किया गया। अकेले देहरादून जनपद में कैम्प आपातकालीन सेवा 108 एंबुलेंस के माध्यम से 202 लोगों को सहायता पहुंचाई गई। जिसमें प्रसव से संबंधित 22, सड़क दुर्घटना के 45, हृदय रोग से संबंधित र्पाच व 135 अन्य मामले शामिल रहे।
• होली के दौरान कई स्थानों पर हुआ हुड़दंग, सड़क दुघर्टना के सबसे अधिक मामले
• जनपद देहरादून में आपातकालीन सेवा 108 एम्बुलेंस के माध्यम से 202 लोगों को पहुंचाई गई सहायता।