भाजपा सांसद अनिल बलूनी अपने अलग विजन के लिए पहचान रखते हैं। कैंसर जैसी बीमारी को मात देकर स्वास्थ्य लाभ कर रहे बलूनी जहां निरंतर पार्टी का मीडिया प्रबंधन संभाल रहे हैं वही वह कोरोना महामारी की रोकथाम में पीएम केयर फंड के लिए भी दान जुटा रहे हैं। बलूनी गत एक सप्ताह से प्रतिदिन पांच दानदाताओं के नाम अपनी फेसबुक पर पोस्ट करते हैं। अभी तक प्रख्यात गीतकार प्रसून जोशी, पद्मश्री प्रीतम भरतवाण, फिल्म अभिनेता हेमंत पांडे, पत्रकार निर्मल पाठक, गिरीश गुरुरानी, उभरते गायक जुबिन नौटियाल जैसे लोगों ने बलूनी की पहल पर पीएम केयर फंड में दान दिया है। दानदाताओं के अनुरोध पर बलूनी ने सहमति जताते हुए केवल उनके नाम ही फेसबुक पर पोस्ट किये और दान की राशि को गुप्त रखा है।
कोरोना महामारी में किस तरीके से सोच में बदलाव आया है, इसका सबसे बड़ा प्रमाण सांसद बलूनी द्वारा कांग्रेस नेता और राज्यसभा सदस्य प्रदीप टम्टा से कोरोना से निपटने में सहयोग की मांग करना और उसी उदारता से टम्टा द्वारा सहयोग देना एक दुर्लभ घटना है। अगर सभी राजनेता दलगत भावनाओं से ऊपर उठकर सांसद बलूनी की तरह इस समय इस वैश्विक महामारी के खिलाफ एकजुट होते हैं, तो निसंदेह भारत सीमित संसाधनों के बावजूद केवल सद्भावना और समन्वय के साथ इस बीमारी को हरा सकता है।
सांसद बलूनी और प्रदीप टम्टा की इस सदाशयता को राजनीतिक गलियारों में बहुत सकारात्मक रूप से लिया जा रहा है और प्रशंसा की जा रही है । अगर सभी दलों के राजनीतिक कार्यकर्ता- नेता दलगत भावनाओं से ऊपर उठकर कोरोना के खिलाफ सद्भावना के साथ मोर्चा संभालेंगे तो कुछ वर्षों में विषाक्त और मनभेद में बदल चुकी राजनीति में भी आमूलचूल परिवर्तन आयेगा। बहरहाल बलूनी की पहल और टम्टा की सहमति पर सोशल मीडिया में खूब चर्चा है। इस विषय पर कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि बलूनी जी की तारीफ होनी चाहिए। यह युद्ध का समय है। राजनीति तो कभी भी हो जाएगी, यह वक्त आरोप-प्रत्यारोप का नहीं है।