देहरादून:
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड बनाने के लिए कड़ा रवैया अपना रहे है। मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने कहा है कि,उत्तराखंड में भ्रष्टाचार बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। गलत के लिए हमारी सरकार में कोई स्थान नहीं है। ईमानदार और पारदर्शी शासन राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश के बाद अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए सहायक निबंधक हरीश चंद्र खण्डूड़ी को सचिव सहकारिता द्वारा निलंबित कर दिया गया है।
आपको बता दें कि,हाल ही में हरीश चंद्र खंडूड़ी पर भ्रष्टाचार से जुड़े कई आरोप लगे थे, जिनकी जांच के आदेश भी दिए गए थे। सचिव सहकारिता आर मीनाक्षी सुंदरम ने निलंबन को लेकर आदेश जारी किए हैं।
ये लगे थे आरोप…
1- निबंधक हरीश चंद्र खंडूड़ी पर यूरिया खाद के एक ट्रक के गबन से जुड़े मामले में भी कार्रवाई नहीं करने के आरोप उन पर लगे हैं।
2-जिला सहायक निबंधक हरीश चंद्र खंडूड़ी पर संविदा पर गलत तरीके से नियुक्तियां करने का आरोप है।
3-दीनदयाल किसान कल्याण योजना के अंतर्गत मध्यकालीन ऋण वितरण में जिला सहायक निबंधक के द्वारा सही 4- मॉनिटरिंग न करने के कारण मध्यकालीन ऋण वितरण नहीं होने का भी आरोप है।
4- जिला सहायक निबंधक की तरफ से अपने करीबियों को अहम पद पर बनाए रखा।