देवप्रयाग राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग मैं कोविड-19 अवेंजर्स विषय पर अंतर्राष्ट्रीय वेबीनार संपन्न हुआ अर्थशास्त्र विभाग की और से आयोजित इस वेबीनार में देश के कई प्रदेशों से विदेशों से शिक्षाविदों, शोध छात्रों वैज्ञानिकों ने शिरकत की। अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार दो टेक्निकल सेशन में संपन्न हुआ। पहले टेक्निकल सेशन की अध्यक्षा विश्व प्रसिद्ध डॉक्टर कैंसर विशेषज्ञ डॉक्टर दौलत सिंह प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष ऑंकोलॉजी विभाग राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर संचालन ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री डॉक्टर अशोक कुमार मेंदोला द्वारा किया गया।
इस सेशन में कोविड-19 विषय पर विस्तृत से चर्चा की गई डॉक्टर दौलत सिंह द्वारा अपने संबोधन में कहा “जहां भी रहें सुरक्षित रहें”, “सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें” “घबराए नहीं” “घर में बुजुर्गों का ध्यान रखें” “कोई भी दवा बिना डॉक्टर की सलाह के ना खाएं।”
“क्योंकि आधे से अधिक संख्या में मरीज जनरल वायरस से पीड़ित होता है इससे घबराए नहीं।” घर का बना खाना ही खाएं।”
द्वितीय टेक्निकल सेशन मे मुख्य वक्ता कैरोलिन हाइजिंग स्टेट यूनिवर्सिटी आईवा अमेरिका रही। उन्होंने अपने उद्बोधन में देश के विभिन्न राज्यों से प्रतिभाग कर रहे ऑनलाइन प्रतिभागियों को करोना वायरस के विषय में जागृत करते हुए कहा कि यह एक लंबी लड़ाई है जो वर्ष भर चल सकती है, तथा इसकी वैक्सिन बिल गेट्स की संस्था बना रही है, जिसमें 12 से 18 महीने लग सकते हैं।
उन्होंने सभी लोगों से सावधानीपूर्वक रहने वह अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने अमेरिका में एक नया कोरोनावायरस पाए जाने की सूचना दी, जो पहले करोना वायरस से ज्यादा खतरनाक है।
दूसरे मुख्य वक्ता डॉ राम शर्मा जी वी महाविद्यालय बागपत रह उन्होंने करोना वायरस के संबंध में न्यू न्यू यॉर्क में मित्र लोगों के ऊपर जो शोध किया है, उसमें करोना ग्रस्त व्यक्ति 56 प्रतिशत व्यक्ति अधिक तनाव, 41 प्रतिशत मोटापे, व 33 प्रतिशत लोग डायबिटीज की बीमारी से ग्रसित पाए गए। अतः हम लोगों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ानी चाहिए।
ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री डॉक्टर अशोक कुमार मेंदोला ने लैमिनार में आए हुए देश विदेश के प्रतिभागियों का परिचय वक्ताओं से करवाया।
उन्होंने कहा यह करोना महामारी नेट की कनेक्टिविटी लॉक डाउन जैसी विषम परिस्थितियों में इस वेबीनार को आयोजित करना हमारी टीम के लिए एक बहुत बड़ा चैलेंज था, जिसको हमारी टीम ने करके दिखाया।
अभी तक राज्य के किसी महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन नहीं किया गया।
इस अंतरराष्ट्रीय वेबीनार में 140 शोध पत्र पंजीकृत एवं 304 लोगों ने ऑनलाइन दोनों सेशन में प्रतिभाग किया।
प्रतिभागियों ने जल्दी इस वेबीनार की दूसरी सीरीज जल्दी करवाने का आग्रह किया।
इस अंतरराष्ट्रीय वेबीनार में प्रसिद्ध इतिहासकार एवं मेंबर सचिव आई सी एच आर मानव संसाधन विकास मंत्रालय दिल्ली प्रोफेसर के रत्नम, जियोलॉजिस्ट प्रोफेसर हरीश चंद नैनवाल, केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर डॉ राजेंद्र सिंह फर्त्याल, राखी राम डंगवाल, डॉक्टर सुभाष जैन ग्वालियर, डॉक्टर प्रिया पांडे हरियाणा, डॉ निरंजन पंत ऑर्डिनेंस फैक्ट्री देहरादून, डॉक्टर चंद्रकांत शर्मा हिमाचल प्रदेश, डॉ नीत बिहारी लाल सक्सेना रायपुर, डॉक्टर विजय बलिराम गवांडे महाराष्ट्र, दिनेश कुमार गुप्ता जालौन डॉ सुभाष सिंह आगरा डॉक्टर नगमा खान उरई, डॉ कौशल किशोर पटना बिहार, डॉ उर्मिला दिल्ली विश्वविद्यालय, डॉक्टर संजीव कुमार गौतम बुधनगर, डॉ रेखा वर्मा फतेहपुर, डॉक्टर अवधेश नारायण जोनपुर, डॉक्टर मोहम्मद काशिफ तौफीक मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी हैदराबाद, डॉक्टर ओम प्रकाश मुरादाबाद, प्रियंका नियोगी वेस्ट बंगाल एवं राज्य के राजकीय महाविद्यालय एवं संस्थाओं में कार्यरत प्रोफ़ेसर शोध छात्रों ने प्रतिभाग किया।