बागेश्वर। अब इसे प्रशासन की गहरी नींद कहें या अफसरों का स्वार्थ। वीडियो सारी हकीकत बयां कर रही है। बागेश्वर के भराड़ी टैक्सी स्टेंड के पास खुले देवबार से दिन दहाड़े शराब की पेटियां सप्लाई हो रही हैं।
देखिए वीडियो
ऐसा नहीं है कि अफसरों को इसका संज्ञान नहीं है। बागेश्वर से पिंडारी ग्लेशियर को जाने वाले इस मोटर मार्ग पर शराबियों को देवबार पहला पड़ाव होता है। देवबार में सुरा की घूंट के बाद ही आगे की यात्रा तय होती है।
अगर आगे भी आप शराब ले जाना चाहते हैं तो देवबार से कभी भी कहीं भी आपको इनके गुर्गों द्वारा आपको उपलब्ध करा दी जायेगी, अक्सर ऐसा दावा किया जाता है।
यही कारण है कि जिला मुख्यालय में अफसरों की नाक के नींचे खुलेआम शराब का अवैध कारोबार वर्षों से बदस्तूर जारी है। अब आम जनता की परेशानी की बात, दरअसल जिस मकान में देवबार खोला गया है वह पूरी तरह से मानकों के विपरीत है। शासन के मानकों में साफ लिखा गया है कि कोई भी शराब की दुकान मंदिर के नजदीक नहीं होगी।
जबकि देवबार के बगल में कई दशक पुराना ऐतिहासिक राममंदिर का गेट है। देवबार की अपनी कोई निजी पार्किंग भी नहीं है। जिस मकान पर देवबार के मालिक ने जबरन कब्जा किया हुआ है वह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रित का आवासीय भवन है। अब किस अफसर ने किन किन मानकों के तहत देवबार को संचालन की अनुमति दी ये तो देव ही जानें……..!