कमल जगाती, नैनीताल
उत्तराखण्ड के मुख्यमन्त्री के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट और उनके भाई के खिलाफ सामने आए हल्द्वानी के ठेकेदार के जवाब में उनके छोटे भाई मंनोज भट्ट सामने आए और कहा कि मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
बाइट :- मनोज भट्ट, मंडल अध्यक्ष, भीमताल
नैनीताल जिले के भीमताल में हल्द्वानी निवासी खीमानंद सनवाल ने शिकायत पत्र देकर अपनी जमीन कब्जाने का आरोप लगाया था। सनवाल ने बताया कि भीमताल में वर्ष 1997 में खरीदी भूमि पर विक्रेता के पुत्रों ने लॉक डाउन के दौरान भूमि पर जबरन कब्जा कर लिया। इस संबंध में भीमताल के थाना प्रभारी, एस.एस.पी., डी.आई.जी. और डी.एम.आदि से शिकायत कर कार्रवाई करने की मांग की गई है।
पीड़ित खीमानंद सनवाल का ये भी कहना है कि उन्होंने 23 अगस्त 1997 को भीमताल के ग्राम जून स्टेट पट्टी पांडेगांव में आठ नाली भूमि सवा लाख रुपये में खरीदी थी। इसका बैनामा और पंजीकरण भी करवाया गया था। बताया कि अब इस भूमि की कीमत काफी बढ़ चुकी है, इसलिये पिछले पांच-सात वषों से भूमि के विक्रेता और उनके दोनों बेटे उनकी इस भूमि पर कब्जा करना चाह रहे हैं। उनकी भूमि को जे.सी.बी.से खुर्द-बुर्द करने का प्रयास किया जा रहा है।
गंभीर आरोप लगने के बाद मुख्यमंन्त्री के सलाहकार रमेश भट्ट के भा.ज.पा.मंडल अध्यक्ष भाई मंनोज भट्ट मीडिया के सामने आए। उनका कहना है कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश की गई है। उनपर गलत आरोप लगाए गए हैं, जबकि जिस शख्स ने शिकायत की है, उसकी आय से अधिक संपत्ति की जांच होनी चाहिए। आरोप लगाया कि शिकायतकर्ता की भी जमीनों की जांच होनी चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि उनपर लगे आरोप बेबुनियाद हैं। मनोज कहते हैं कि हमने भी कुछ बिंदुओं पर जाँच की माँग की है। ज़मीनों पर अवैध क़ब्ज़े किसके? आय से अधिक संपत्ति किसकी? बेनामी संपत्ति के खेल में कौन दर्जनों मुक़दमें किसके नाम पर हैं !
मैंने जाँच के लिए निवेदन किया है मुझे पूरा विश्वास है कि जब जाँच होगी तो भूमाफिया कौन का सत्य उजागर हो जाएगा।
फिलहाल हाईप्रोफाइल मामला होने के कारण पुलिस प्रशासन बारीकी से जांच कर रहा है।