देहरादून के 8 इलाकों को प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन से बाहर कर दिया है। अब इनकी कंटेनमेंट अवधि खत्म हो गई है।
जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया है कि जनपद में गुरू रोड पटेलनगर, ए-टाईप बैराज कालोनी, ओम सार्थक सेवला कला, ईडब्लूएस ब्लाक, एमडीडीए कालोनी-आईएसबीटी, प्रेम बत्ता गली संतोवाली घाटी वार्ड संख्या 43, नेगी तिराहा रेसकोर्स एवं डांडीपुर मौहल्ला आंशिक में कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति चिन्हित होने के फलस्वरूप कन्टेंमेंट जोन घोषित किये गये थे। उक्त 8 क्षेत्रों में 14 दिन की कन्टेंमेंट अवधि पूर्ण करने एवं मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा की गई संस्तुति के आधार पर उक्त क्षेत्रों को कन्टेंमेंट से मुक्त किया गया है।
जिलाधिकारी डॉ श्रीवास्तव ने बताया कि 14 दिन की इस पाबंदी के दौरान प्रशासन ने इस क्षेत्र पर बराबर नजर बनाए रखी गयी और जरा भी जरूरत पड़ने पर सैंपल भी लिए गए। जब लंबे समय तक कोई कोरोना संक्रमित अथवा संदिग्ध नजर नहीं आया तो फिर कंटेनमेंट अवधि खत्म होने पर इस इलाकों को कंटेनमेंट जोन से बाहर कर दिया गया है।
हालांकि दो नये जोन भी
हालांकि देहरादून के पूर्वी पटेल नगर और चमन पुरी में कोरोनावायरस संक्रमित मिलने के बाद यहां पर कॉलोनी को पूरी तरह से सील कर दिया है।
अब वर्तमान में जिले में कुल 19 कंटेनमेंट जोन हैं। चमन पुरी में प्रशासन मोबाइल वैन के जरिए दूध और अन्य खाद्यान्न सप्लाई करने का काम करेगा।
जौलीग्रांट एयरपोर्ट में प्रवासियों की आमद
वायु सेवा के माध्यम से जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट पर पंहुचे 236 व्यक्तियों को स्वास्थ्य जांच उपरान्त जनपद में प्रशासन द्वारा अधिग्रहित विभिन्न होटल में संस्थागत क्वारेंटीन किया गया है। इसी प्रकार जनपद के जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट से विभिन्न प्रदेशों के 302 व्यक्तियों को गंतव्यों हेतु भेजा गया।
रेल से भी आवागमन शुरू
काठगोदाम से देहरादून रेलवे स्टेशन पर 130 व्यक्ति पंहुचे तथा देहरादून रेलवे स्टेशन से दिल्ली हेतु 280 एवं काठगोदाम 265 व्यक्ति गये।
मोबाइल वैन से खाद्यान्न
जनपद के विभिन्न चयनित स्थानों पर प्रशासन द्वारा अधिकृत 32 मोबाईल वैन के माध्यम से सस्ते दरों पर 235.00 क्विंटल फल-सब्जियों का विक्रय किया गया। आशुतोष नगर/बैराज रोड़ ऋषिकेश में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अन्तर्गत सरकारी सस्ता गल्ला की दुकानों के माध्यम से 527 उपभोक्ताओं को खाद्यान वितरित किया गया। जिला प्रशासन द्वारा बनाये गये विभिन्न कन्टेंमेंट जोन में दुग्ध विकास विभाग द्वारा दूध विक्रय किया गया।
कोरोनावायरस से उभरते हुए जनजीवन थोड़ा-थोड़ा पटरी पर आने लगा है। भले ही कोरोना के केस बढे हैं, लेकिन समय के साथ लापरवाही बढ़ने से खतरा भी बढ़ गया है।