विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा का आगाज हो गया है। प्रदेश सरकार इस बार चारधाम यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
इस बार तीर्थयात्रियो को यात्रा मार्ग पर पहले से बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं देने के वादे को साकार करने की कमान सीधे स्वास्थ्य सचिव ने संभाली है ।
IAS डॉ आर. राजेश कुमार पैदल ट्रैकिंग करते हुए केदारनाथ वैली के रास्तों पर हेल्थ सर्विस की रियलिटी चेक करने पहुंचे।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत के निर्देश पर स्वास्थ्य सचिव डा. आर. राजेश कुमार चारधाम यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा ले रहे हैं।
जिलाधिकारी की कुर्सी रही हो या स्वास्थ्य सेवाओं की ज़िम्मेदारी, लोगों ने हमेशा इस अनुभवी अफसर को जनता के बीच कभी बस में सफर करते, कभी बस अड्डे पर तो कभी अस्पतालों में मील जांचते देखा है।
स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर इस बार सरकार का विशेष फोकस है। यहां हर किलोमीटर पर मेडिकल रिलीफ पोस्ट बनाई गयी है। चारों धाम में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए 130 डॉक्टरों की तैनाती की गयी है। इसमें डाक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाएं उपलब्ध होंगी। इस बार यहां प्वाइंट आफ केयर टेस्टिंग डिवाइस होगा। इस डिवाइस से 28 तरह के रोगों की टेस्टिंग हो सकेगी। स्वास्थ्य सचिव के अनुसार इस बार किसी भी यात्री को स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
आज जब हाथों में लकड़ी लिए और आँखों पर काला चश्मा लगाए धामी सरकार के भरोसेमंद ब्यूरोक्रेट पैदल पथरीले रास्तों पर निकल पड़े तो लोगों को लगा कि इस बार उन्हें हेल्थ सर्विस में बेहतरीन सुविधाएं मिलना सुनिश्चित है।
बीते रोज रुद्रप्रयाग पहुँचे स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार अब तक छौड़ी, चीरबासा, जंगलचट्टी व रामबाड़ा तक चिकित्सा इकाइयों का भ्रमण कर चुके हैं। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों को यात्रा से सम्बंधित जरूरी निर्देश भी दिए। इसके साथ ही उन्होंने गुप्तकाशी, सोनप्रयाग, गौरीकुंड समेत अन्य स्थानों पर स्वास्थ्य केंद्रों में व्यवस्थाओं को देखा व महत्वपूर्ण निर्देश अधिकारियों को दिए।