हरिद्वार के भ्रष्ट अधिकारियों पर जासूस की नज़र। कहा सरकारी राजस्व की हानि बर्दास्त नहीं
देहरादून। गुरु फ़ॉरेंसिक एंड डिटेक्टिव एजेंसी के चेयरमैन विजय खंडूडी ने हस्तक्षेप के संवाददाता से एक खास बातचीत के दौरान बताया कि, बेहद जल्द ही वह उत्तराखंड की धर्मनगरी हरिद्वार में एक ब्रांच ऑफिस का शुभारंभ करने जा रहे है। ब्रांच आफिस के सवाल पर खंडूडी ने बताया कि, हरिद्वार से हमारे पास पिछले काफी समय से कई तरह के केस आ रहे है, जिसको सुलझाने के लिए देहरादून में रहते हुए काफी दिक्कत हो रही थी, और वहां के ग्राहक को अटेंड करने में भी हमें परेशानी हो रही थी, जिसको देखते हुए हमने हरिद्वार में ब्रांच ऑफिस खोलने का निर्णय लिया है। जहां हमारे 20 लड़के-लड़कियों का स्टाफ वहां रहते हुए ही केस सुलझाएगा। साथ ही हमारी एजेंसी के पैनल में अनुभवी अधिवक्ता भी होंगे। हम चाहते है कि, अपने कस्टमर्स को हम डिटेक्टिव, फॉरेंसिक की सेवा के साथ ही अनुभवी अधिवक्ताओं की सेवा भी प्रदान कर सकें। इसमें कुछ स्थानीय पत्रकार भी हमारे साथ शामिल होंगे जो हमारी एजेंसी द्वारा किये गए खुलासों और कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने का काम करेंगे। हरिद्वार में ब्रांच आफिस खुल जाने से हम आसानी से काम भी कर सकते है और हमारे ग्राहकों को भी हम तक पहुंचने में ज्यादा परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। कई लोगों ने बाहर से आकर यहां रेसिडेंशियल एरिया में होटल, आश्रम और बड़ी-बड़ी फैक्टरियां तक बना डाली, तो कई लोगों ने सरकारी महकमें की सांठ-गांठ से सरकारी जमीनों में उथल-पुथल कर अपना कब्जा डाला। जिससे सरकारी राजस्व को खासा नुकसान पहुंच रहा है। लेकिन सरकारी राजस्व की हानि की परवाह किये बगैर चंद रुपयों के लिए अपना ईमान बेच देने वाले हमारे प्रशासनिक अधिकारी ऐसे लोगों को यहां पनाह दे देते है। लेकिन दिलचस्पी की बात है कि, आज यहां बाहरी व्यक्ति लगातार आकर बस भी रहे है और यहां स्थानीय लोगों के साथ मिलीभगत कर धड़ल्ले से भूमि कब्जा रहे है। जिससे सरकारी राजस्व को खासा नुकसान पहुंच रहा है। भले ही कोई यह मानकर बैठ जाये कि महकमें में पैठ बना कर बैठ जाने से कोई उनका कुछ नहीं कर सकता या किसी को कुछ मालूम नहीं चलेगा तो उनके लिए बता दूं कि, जासूस की नजरों से कुछ छिपा नहीं है। हमने पहले भी कई खुलासे किए है कई जालसाजों का पर्दाफाश किया है। लेकिन अब बारी है हरिद्वार के भ्रष्ट अधिकारियों व लोगों का पर्दाफाश करने की।
जानिए किन कामों में है एक्सपर्ट:-
खंडूडी ने बताया कि, हमारी एजेंसी पिछले 7-8 वर्षो से प्रदेश में काम कर रही है। उत्तराखंड से बाहर जाकर भी अन्य राज्यों में हमने कई मामले सुलझाए है। हमारे पास अधिकतर मामले गृह क्लेश, सेक्शुअल हर्रेसमेन्ट, चेक फ़्रॉड्स, दस्तावेजों पर फर्जी हस्ताक्षर, ऑनलाइन फ्रॉड, सोशल मीडिया फ़्रॉड्स आदि के है। बीते कुछ माह पहले लॉकडाउन के दौरान भी एजेंसी ने कई मामले सुलझाए है। जिनमें लड़का/लड़की द्वारा शादी का झांसा देकर पैसे ऐंठने या शारीरिक संबंध बनाने के बाद ब्लैकमेल करने के मामले भी आये थे, जिनका निपटारा हमारे द्वारा किया गया है। कुछ को तो पुलिस के माध्यम से हमारे द्वारा जेल भी भेजा गया है। हमारी एजेंसी का उद्देश्य सही और निष्पक्ष जांच कर सच को सामने लाना है। कई बार कुछ लोग बिना एक दूसरे को जाने सोशल मीडिया के माध्यम से दोस्ती कर लेते है। चंद दिनों की दोस्ती में ही अपनी प्राइवेसी को भी एक दूसरे के साथ साझा कर लेते है। जिसका खामियाजा उन्हें बाद में भुगतना पड़ता है जब वह ऐसी अनजानी दोस्ती का शिकार हो जाते है। यदि ऐसे किसी मामले में कभी कोई फस जाए जिसके बारे में वह किसी को कुछ बताने से डर रहा हो तो ऐसे लोग हमारी एजेंसी से संपर्क कर सकते है। उनका नाम, पता और पहचान गुप्त रखी जायेगी और धोखेबाजों को कानून की मदद से जेल का रास्ता दिखाया जाएगा।