देश में भ्रष्टाचार के उन्मूलन और भ्रष्टाचार मुक्त भारत के निर्माण हेतु विजिलेंस विभाग उत्तराखंड के सहयोग से देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने वाद विवाद प्रतियोगिता के ज़रिये भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज़ बुलंद की|
मंगलवार को देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर विजिलेंस विभाग उत्तराखंड के पुलिस अधीक्षक धीरेन्द्र गुंज्याल उपस्थित रहे| इस दौरान उन्होंने भ्रष्टाचार मुक्त भारत में पुलिस और समाज के बीच समन्वय पर प्रकाश डाला| उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को जड़ से तभी ख़त्म किया जा सकता है जब समाज का प्रत्येक व्यक्ति जागरूक हो और किसी भी स्तर पर हो रहे भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज़ उठाये और पुलिस सतर्कता विभाग तक इसकी शिकायत पहुंचाए| पूरे समाज को अपनी ज़िम्मेदारी समझनी होगी तभी भ्रष्टाचार मुक्त भारत का निर्माण किया जा सकता है| भ्रष्टाचार के उन्मूलन में पुलिस सतर्कता विभाग पूर्ण रूप से समाज के हितों के साथ खड़ा है| इस दौरान उन्होंने आम नागरिकों से 1064 नंबर डायल कर भ्रष्टाचार की शिकायत करने की अपील की| कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ जर्नलिज्म एंड लिबरल आर्ट्स की ओर से ‘भ्रष्टाचार मुक्त भारत’ विषय पर एक वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने भारत को विश्व गुरु बनाने में भ्रष्टाचार मुक्त भारत के निर्माण पर ज़ोर दिया और एक स्वस्थ समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने की शपथ ली|इस दौरान गुंज्याल ने वाद-विवाद के प्रतियोगियों को सम्मानित किया| विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रोफ़ेसर डॉ. आरके त्रिपाठी ने कहा कि कार्य प्रणाली के डिजिटलाइज़ होने से भ्रष्टाचार पर काफी हद तक लगाम लगी है| लेकिन इसे जड़ से समाप्त करने के लिए समाज, शासन, प्रशासन सभी को मिलकर कार्य करना होगा| कार्यक्रम में डीन एकेडेमिक्स अफेयर्स डॉ. संदीप शर्मा, मुख्य संपर्क अधिकारी बीके कौल, प्रोफ़ेसर संजीव मायरा, प्रोफ़ेसर दीपा आर्या सहित विभिन्न स्कूल्स के डीन और छात्र उपस्थित थे|