डोईवाला क्षेत्र में एक नाबालिग किशोरी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद तनावपूर्ण हालात बन गए। सुसवा नदी किनारे बने स्क्रीनिंग प्लांट में किशोरी का शव मिलने के बाद स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने गुस्से में आकर जोरदार प्रदर्शन किया।
शनिवार सुबह करीब 11 बजे कुड़कावाला क्षेत्र में स्थित एक स्क्रीनिंग प्लांट में बस्ती की चार से पांच किशोरियां कबाड़ बीनने गई थीं।
जानकारी के अनुसार, कर्मचारियों द्वारा डराए जाने पर कुछ किशोरियां मौके से भाग गईं, लेकिन एक किशोरी को कर्मचारियों ने पकड़कर एक कमरे में बंद कर दिया।
बाद में कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो किशोरी की लाश कमरे में मिली। घटना की खबर फैलते ही स्थानीय निवासी और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता आक्रोशित हो उठे और कोतवाली का घेराव किया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने डोईवाला चौक पर जाम भी लगाया।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प
कोतवाली के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने जब पुलिस पर चूड़ियां फेंकी, तो माहौल गरम हो गया। प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए पथराव शुरू कर दिया। जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज कर उन्हें तितर-बितर किया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर बहस और नोकझोंक हुई।
स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए एसडीएम अपर्णा डोंडियाल, सीओ संदीप नेगी समेत कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। वहीं, क्षेत्रीय विधायक बृजभूषण गैरोला भी कोतवाली पहुंचे और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
निष्पक्ष जांच और स्क्रीनिंग प्लांट सील करने की मांग
प्रदर्शनकारियों ने मृत किशोरी को न्याय दिलाने और घटना की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। साथ ही, सुसवा नदी किनारे संचालित स्क्रीनिंग प्लांट को तुरंत सील करने की मांग भी की गई।
वहीं, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल किशोरी की मौत के कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और प्लांट कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है।
स्थिति अब नियंत्रण में, लेकिन जनाक्रोश बरकरार
कई घंटों तक चले हंगामे के बाद अब स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन स्थानीय लोगों में अभी भी भारी रोष है। ग्रामीणों का कहना है कि इस मामले में दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोहराई न जाएं।